109 करोड़ रुपए की अवैध निकासी मामला : कडरू के रामलखन के आवास से 60 लाख रूपए कैश बरामद


रांची। ऊर्जा विकास निगम के 109 करोड़ रुपए की अवैध निकासी मामले में एसआइटी (एटीएस और सीआइडी की संयुक्त टीम) की जांच जारी है। इसी कड़ी में एटीएस एसपी ऋषभ कुमार झा के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने रांची में छापा मारा। इस दौरान सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बिरसा चौक के ब्रांच मैनेजर लोलस लकड़ा की निशानेदेही पर कडरू निवासी रामलखन के आवास से 60 लाख रुपए नकद बरामद किए गए। वहीं, ऊर्जा विकास निगम के खाते से जिन दो खातों में पैसा ट्रांसफर कराए गए थे, उन दोनों खातों में 76 लाख रुपए एसआइटी ने फ्रीज कराये। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इससे पहले एसआइटी ने 350 बैंक खातों से 47.20 करोड़ रुपए फ्रीज कराए थे। जबकि, सेंट्रल बैंक के एक मैनेजर व जेटीडीसी के 2 कर्मियों के अलावा कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया था। साथ ही एक करोड़ 23 लाख 20 हजार 300 रुपए नकद और 16 लाख 70 हजार रुपए मूल्य के जेवरात बरामद किए थे।
अवैध निकासी के लिए 909 बैंक खातों का इस्तेमाल
इससे पहले जांच के दौरान शांति कंस्ट्रक्शन के ऑफिस से 37 लाख 18 हजार 500 रुपए एसआइटी ने बरामद किए थे। यह बात सामने आयी थी कि बैंक मैनेजर लोलस लकड़ा ने ऊर्जा निगम का उक्त पैसा बिल्डर को रियल इस्टेट में निवेश के तौर पर दिया था। फर्जीवाड़ा में इस्तेमाल किए गए टूटे मोबाइल फोन के अवशेष को लोलस लकड़ा के डहूटोली, नगड़ी स्थित घर से बरामद किया गया था। इस मामले में अब तक 4 चार्जशीट किये जा चुके हैं। जांच में यह पता चला है कि घोटाले का मास्टरमाइंड कोलकाता का रहनेवाला है, अब तक वह गिरफ्त से दूर है।