गीदड़भभकी : शरीफ का भारत को चेतावनी | निर्दोष शहीदों के खून का बदला लेंगे | कश्मीर पर दोहराया दावा


रांची। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि उसे अपने कार्यों के परिणाम भुगतने होंगे। यह बयान उन्होंने भारतीय हमले में मारे गए सात वर्षीय बच्ची इरतजा अब्बास की अंत्येष्टि में शामिल होने के तुरंत बाद टेलीविजन पर प्रसारित संबोधन में दिया। अल जजीरा के अनुसार शरीफ ने पाकिस्तानी जनता को संबोधित करते हुए कहा, “हमने प्रण लिया है कि अपने मासूम शहीदों के खून का बदला लेंगे।” उन्होंने दावा किया, “कल रात हमने साबित कर दिया कि पाकिस्तान अपनी सुरक्षा के लिए दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रखता है। नियंत्रण रेखा पर करीब एक घंटे तक हवाई मुठभेड़ हुई, जिसमें पाकिस्तानी पायलटों ने अपने वायुक्षेत्र की सीमा में रहकर दुश्मन के विमानों को खंडित कर दिया।” शरीफ ने यह भी कहा, “पारंपरिक युद्ध के मैदान में कल हमने सिद्ध कर दिया कि पाकिस्तान की जीत हुई है।” कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तानी रुख को दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा, “अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर एक विवादित प्रदेश है और जनमत संग्रह होने तक यह स्थिति बनी रहेगी। भारत चाहे जितने भी एकतरफा कदम उठा ले, वह इस सच्चाई को नहीं बदल सकता।”
भारतीय हमले में 31 नागरिक मारे गए
वहीं, पाक के डिफेंस मिनिसटर ने आसिफ ने सीएनएन से कहा कि उनका देश भारत के साथ पूर्ण युद्ध से बचने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसे इसके लिए तैयार रहना चाहिए। पाकिस्तान के सशस्त्र बलों के प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी का कहना है कि भारतीय हमले में 31 नागरिक मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं। 6 और 7 मई के हमलों ने भारत के घिनौने चेहरे को उजागर किया है, यह दर्शाता है कि हमारा दुश्मन इतना कमजोर और डरा हुआ है कि वह कायरों की तरह अपने सामने खड़ी सेना से लड़ने के बजाय रात के अंधेरे में नागरिकों और आबादी वाले इलाकों को निशाना बनाता है।”
पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को किया गया तबाह
भारत ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को टारगेट कर उसे तबाह कर दिया। भारत ने अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और सऊदी अरब सहित कई प्रमुख देशों से संपर्क किया और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए एयरस्ट्राइक के बारे में जानकारी दी। भारतीय सेना ने बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के मरकज सुभान अल्लाह, मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के मरकज तैयबा, सियालकोट में हिजबुल मुजाहिदीन के महमूना जोया फैसिलिटी, बरनाला में मरकज अहले हदीस में लश्कर के अड्डे और मुजफ्फराबाद के शावाई नाला में उसके शिविर को निशाना बनाया।