

रांची। सउदी अरब में ईद अल फ़ितर (1446/2025) रविवार यानी 30 मार्च 2025 को मनाया जाएगा। शौवाल 1446 महीने का अर्धचंद्र आज सऊदी अरब में देखा गया, जिसके बाद कल से शव्वाल 1446 महीने की शुरुआत होगी। सुबह 6.30 बजे ईद की नमाज पढ़ी जाएगी। अब भारत में 30 मार्च को ईद के चांद देखने को लेकर लोग बेताब रहेंगे। संभवत: चांद नजर आया तो भारत में 31 मार्च को ईद मनाया जाएगा। दुनियाभर में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग ईद-उल-फितर का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं। रमजान महीने के खत्म होते ही शव्वाल की पहली तारीख को ईद मनाई जाती है। इस्लामिक मान्यता के अनुसार ईद मनाने की शुरुआत पैगंबर मुहम्मद ने की थी। ईद रमजान और रोजे के खत्म होने, इस्लाम धर्म में लोगों के बीच एकता और आध्यात्मिक शुद्धि का प्रतीक है। इस दिन लोग महीने भर रोजे रखने के बाद पूरे दिन खाने-पीने की शुरुआत करते हैं, मस्जिदों में खास नमाज अदा की जाती है, बड़े छोटे बच्चों को ईदी देते हैं और लोग एक दूसरे घर मिलने के लिए जाते हैं। ईद का त्योहार चांद के दीदार के बिना अधूरा है। रमजान महीने के अंतिम दिन चांद नजर आने के अगले दिन ईद मनाई जाती है। कई बार भारत में सऊदी अरब के चांद के आधार पर भी ईद मनाते हैं।
भारत में रमजान की शुरुआत 2 मार्च से हुई थी
बता दें कि सऊदी अरब में ईद ही एक दिन पहले नहीं होती, बल्कि रमजान की शुरुआत भी सऊदी में एक दिन पहले हो जाती है। भारत में इस साल रमजान की शुरुआत 2 मार्च से हुई थी, जबकि सऊदी में 1 मार्च को ही पहला रोजा रखा गया था। अरब देशों में भारत से एक दिन पहले ही ईद मनाई जाती है। जिस दिन चांद नजर आता है, उस दिन लोग चांद रात की मुबारकबाद देते हैं। ऐसे में सउदी अरम में ईद के चांद का दीदार हो गया है।