रांची। पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटी थाना क्षेत्र अंतर्गत जंगल में पुलिस और भाकपा माओवादी नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में शहीद सीआरपीएफ जवान सुशांत कुमार खूंटिया को सीआरपीएफ कैंप परिसर, सेक्टर-2, धुर्वा में उनके पार्थिव शरीर सीएम हेमंत सोरेन ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मौके पर मुख्यमंत्री ने ईश्वर से शहीद की आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिजनों को दु:ख की इस घड़ी को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की। मालूम हो कि आज सुबह पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र अंतर्गत जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में गोली लगने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान कांस्टेबल सुशांत कुमार खूंटिया गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उन्हें बेहतर चिकित्सा के लिए हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के क्रम में उनकी मृत्यु हो गई। शहीद जवान सुशांत कुमार खूंटिया ओडिशा के क्योंझर जिला के निवासी थे। इस मौके पर राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह विभाग अविनाश कुमार, डीजीपी अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे सहित पुलिस विभाग के अन्य वरीय अधिकारियों ने शहीद जवान कॉन्स्टेबल सुशांत कुमार खूंटिया को श्रद्धांजलि दी।
जवानों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर रांची भेजा गया था
बता दें कि शुक्रवार को पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटी थाना क्षेत्र अंतर्गत जंगल में पुलिस और भाकपा माओवादी नक्सलियों के बीच मुठभेड़ घायल जवान की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। सीआरपीएफ के 2 जवानों को गोली लगी थी। बेहतर इलाज के लिए दोनों जवानों को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर रांची भेजा गया था। लेकिन मेडिका में एक सुशांत कुमार की मौत हो गई। नक्सलियों के साथ लोहा लेते हुए सीआरपीएफ जवान सुशांत कुमार को सीने के पास गोली लगी थी। इसके बाद उनको एयरलिफ्ट कर रांची लाया गया था। लेकिन मेडिका में भर्ती कराने के बाद चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
ओडिशा का रहने वाला था सुशांत
बता दें कि सुशांत कुमार ओडिशा के रहने वाले थे। सर्च अभियान के दौरान गुरुवार को पुलिस जवानों की मुठभेड़ भाकपा माओवादी संगठन के सेंट्रल कमेटी एवं एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई। शुक्रवार की सुबह फिर मुठभेड़ शुरू हुई, जिसमें 2 जवानों को गोली लगी। गोली लगने के बाद बैकअप टीम ने घायल दोनो जावनों हेलीकॉप्टर से रांची भेजा था। इधर मुठभेड़ में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन, सीआरपीएफ और झारखंड गुआर की टीम शामिल हैं। मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई है। पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली पीछे हट गए। सीआरपीएफ की 60वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल मुन्ना कुमार और सुशांत कुमार घायल हो गए थे। लेकिन सुशांत की मौत हो गई।