मुस्लिम समाज की बैठक: 10 जून की घटना पुलिस ने एकपक्षीय कर दिया | सही जांच से ही उठेगा पर्दा
अल्पसंख्यकों के ज्वलंत मुद्दों पर एक बड़ी बैठक रविवार को होगी
रांची। अंजुमन इस्लामिया रांची की ओर से रहमानिया मोसाफिर खाना में जिम्मेदार संगठनों, सामाजिक लोगों व अधिवक्ताओं के साथ एक अवामी बैठक हुई। जिसमें 10 जून की दुर्भाग्यपूर्ण घटना, अल्पसंख्यकों के संवैधानिक संस्थानों का योग्य व्यक्तियों के साथ अविलंब गठन पर चर्चा हुई। लोगों ने एक स्वर में हॉउस में कहा कि रांची में हुई 10 जून की दुर्भाग्यपूर्ण घटना सिविलियन बनाम पुलिस हुई थी, मगर पुलिस ने मुस्लिम समाज को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। अभी भी पुलिस का रवैया एकपक्षीय है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के 14 महीनें हो चुके है पर अभी तक जांच का भी अतापता नही है, जो अब सार्वजनिक होनी चाहिए। इस पूरी घटना अन्य मामलों समेत मुस्लिम समाज की पीड़ा को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा मिलकर अवगत किया जा चुका है। उम्मीद है कि हेमंत सरकार गंभीरतापूर्वक होकर उचित इंसाफ देने का कार्य करेंगे। अल्पसंख्यकों के ज्वलंत और गंभीर मुद्दों पर एक बड़ी बैठक आगामी रविवार को होगी। जिसमें लोकतांत्रिक और संवैधानिक रूप से चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता अंजुमन इस्लामिया रांची के अध्यक्ष मोख्तार अहमद एवं संचालन झारखंड मुस्लिम युवा मंच के अध्यक्ष मो शाहिद अय्यूबी ने की।
ये हुए बैठक में शामिल
बैठक में अंजुमन इस्लामिया रांची के अध्यक्ष मोख्तार अहमद, महासचिव डॉ तारिक हुसैन, उपाध्यक्ष मो नौशाद, जमीतुल इदरीसीया चौरासी पंचायत, रांची के अध्यक्ष इस्लाम इदरीसी, जमीतुल राईन रांची के अध्यक्ष हाजी फिरोज, जमीतुल चिक पंचायत के अध्यक्ष मो नईम, जमीतुल गद्दी पंचायत के अध्यक्ष मेराज गद्दी, झारखंड मुस्लिम युवा मंच के अध्यक्ष मो शाहिद अय्यूबी, आम जनता हेल्पलाइन के अध्यक्ष एजाज गद्दी, अधिवक्ता अजहर खान,अ धिवक्ता फैज़ुल रहमान, पत्रकार फिरोज जिलानी, सामाजिक कार्यकर्ता मो नेहाल, नदीम खान, मो जाहिद, अंजुमन के नूर आलम, मो नजीब, मो वसीम, साजिद उमर, सामाजिक कार्यकर्ता इम्तियाज, सोनू, मो आबिद, मो फिरोज,कलीम खान, फैयाड गद्दी समेत अन्य शामिल थे।