रांची। 23 जनवरी 2025 को झारखंड हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन का चुनाव हंगामें की भेंट चढ़ा गया। भारी हंगामे और विरोध के कारण रद्द कर दिया गया है। रिटर्निंग अफसर वरीय अधिवक्ता वीपी सिंह ने चुनाव रद्द करने की घोषणा की। मतगणना की प्रक्रिया के दौरान बैलेट बॉक्स खुलने के बाद वोट के अंतर से शुरू हुआ विवाद हंगामे में बदल गया। भारी विरोध और हंगामे के दौरान कई अधिवक्ता बीच-बचाव भी कर रहे थे। कुछ लोगों ने वोट के अंतर को देखते हुए हंगामा कर दिया। कहा कि 1409 वोट पड़े हैं, लेकिन बैलेट बॉक्स खुलने पर बताया जा रहा है कि 1509 वोट पड़े हैं। 100 वोट का जो अंतर है, वह बोगस वोट है। इस पर रिटर्निंग अफसर ने हंगामा कर रहे अधिवक्ताओं से साक्ष्य देने को कहा, लेकिन कोई साक्ष्य नहीं सामने लाया गया। अधिवक्ताओं के बीच धक्का- मुक्की होती रही. बैलेट पेपर, कुर्सियां फेंकी गईं।
केबिन का शीशा भी टूट गया
हंगामे के दौरान लाइब्रेरी में बने एक केबिन का शीशा भी टूट गया। हंगामे की सूचना पर विधानसभा थाना की पुलिस और हटिया डीएसपी पहुंचे। एडवोकेट एसोसिएशन के चुनाव में पदाधिकारियों के 7 पद के लिए 37 और कार्यकारिणी के 9 पदों के लिए 41 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इससे पहले गुरुवार को सुबह 10:30 बजे से एडवोकेट एसोसिएशन के द्विवार्षिक चुनाव के लिए शांतिपूर्ण तरीके से मतदान शुरू हुआ। सबसे पहले महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अपना वोट डाला। हाईकोर्ट परिसर के ब्लॉक-1 के एसोसिएशन लाइब्रेरी में मतदान के लिए 2 बूथ बनाए गए थे।