बड़ी खबर : JSSC को CGL परीक्षा में गड़बड़ी होने का सबूत कोचिंग सेंटर व अभ्यर्थियों ने नहीं दिए | 30 तक साक्ष्य के साथ कार्यालय आने को कहा गया
रांची व हजारीबाग डीसी को 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा गया
रांची। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) की ओर से 21-22 सितंबर को आयोजित सीजीएल (CGL) परीक्षा में मिल रही शिकायतों की जांच को लेकर झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने 2 सदस्यीय समिति का गठन कर दिया है। JSSC को 2 शिक्षण संस्थानों व 4 अभ्यर्थियों से प्राप्त परविदों में कोई सबूत नहीं मिले हैं। अब इन शिक्षण संस्थानों को JSSC ने 30 तक सबूत देने को कहा है। साथ ही कार्यालय आने को भी कहा है। JSSC ने शिक्षण संस्थानों व अभ्यर्थियों को पत्र प्रेषित करते हुए लिखा है कि आपके द्वारा 26 सितंबर 2024 को झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 के विषय परिवाद पत्र समप्रित किया गया है। जिसमें कई शिकायतें व आपत्ती दर्ज है। साक्ष्य के रूप में एक सीडी, एक पेन ड्राइव व अभिलेख (कुल-54 पेज) समर्पित किया गया है। प्राप्त परिवाद की संडिका 0 द्वारा सूचित किया गया है कि रांची के बेथनी कॉन्वेंट हाई स्कूल ( सेंटर कोड-776) सेंटर के बाहर एक ठात्र ने 22 सितंबर की प्रथम पाली की परीक्षा शुरू होने से पहले किसी अन्य एक छात्र को फोन पर बातचीत कर उत्तर लिखते हुए देखा। तब उस छात्र ने खुद भी आंसर नोट किया। परीक्षा के बाद उत्तर मिलाया जो हुबहु मिल गया। जिस छात्र ने ये देखा पूछताछ में सहयोग करने को तैयार है। इस संबंध में सूचित करना है कि आपके द्वारा समर्पित परविाद की कंडिका 1 के संबंध में कोई साक्ष्य समर्पित नहीं किया गया है। साथ ही आपके द्वारा समर्पित सीडी बिल्कुल खाली है। उसमें कोई साक्ष्य नहीं है। इसलिए 30 सितंबर 2024 को दिन के 3 बजे JSSC कार्यालय साक्ष्य के साथ उपस्थित हो, ताकि जांच की कार्रवाई पूर्ण की जा सके।
हजारीबाग में एक पुलिस अधिकारी पर लगे हैं आरोप
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने रांची व हजारीबाग के डीसी को भी पत्र लिखकर 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है। पत्र आज ही दोनों अधिकारियों को भेजा गया है। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने हजारीबाग डीसी को लिखा कि 21-22 को CGL परीक्षा के दौरान विभिन्न छात्रों से प्राप्त आवेदन की छायाप्रति उपलब्ध कराते हुए परिवाद पत्र में उल्लेखित बिंदुओं पर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। प्राप्त परिवाद की कंडिका 3 द्वारा सूचित किया गया है कि हिंदू हाई स्कूल हजारीबाग (परीक्षा केंद्र कोड-492) के कमरा संख्या 4 में एक पुलिस अधिकारी एक लड़की को खड़ा होकर उत्तर कराया है। यह जानकारी एक लड़की ने वॉइस मैसेज के माध्यम से भेजा है। इसलिए 24 घंटे के अंदर परिवाद के आलोक में सुस्पष्ट प्रतिवेदन आयोग को उपलब्ध कराएं।
रांची में उत्तर बुकलेट व प्रश्न बुकलेट नंबर मैच नहीं किया गया
JSSC ने रांची डीसी को लिखा कि 21-22 को CGL परीक्षा के दौरान विभिन्न छात्रों से प्राप्त आवेदन की छायाप्रति उपलब्ध कराते हुए परिवाद पत्र में उल्लेखित बिंदुओं पर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। प्राप्त परिवाद की कंडिका 4 द्वारा सूचित किया गया है कि प्रोजेक्ट गर्ल हाई स्कूल बेड़ो, रांची केंद्र (परीक्षा केंद्र कोड-711) में 21 सितंबर को प्रथम पाली में पेपर 3 की जगह पेपर 2 दे दिया गया आैर आंसर बुकलेट पेपर 3 का दिया गयाा जो प्रश्न से पहले दिया जाता है। फिर एंक घंटे समय बीत जाने के बाद पेपर 3 दिया गया। जिसके कारण उत्तर बुकलेट आैर प्रश्न बुकलेट नंबर मैच नहीं किया गया।। इसलिए 24 घंटे के अंदर परिवाद के आलोक में सुस्पष्ट प्रतिवेदन आयोग को उपलब्ध कराएं।
राज्यपाल ने सीएम को जांच करने को कहा
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा 21-22 सितंबर को आयोजित सीजीएल (CGL) परीक्षा में मिल रही शिकायतों की जांच कराने को लेकर सीएम को एक पत्र लिखा है। इस पत्र के बाद राज्य में खूब राजनीति भी हो रही है। राज्यपाल के द्वारा सीएम को भेजे गए पत्र के बाद झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा आयोजित सीजीएल (संयुक्त स्नातक स्तर) परीक्षा में मिल रही शिकायतों की जांच कराने को कहा है। ताकि इस परीक्षा के साथ ही आयोग की विश्वसनीयता पर किसी प्रकार का प्रश्नचिह्न नहीं लगे। राज्यपाल की ओर से भेजे गए पत्र में छात्र संगठनों व छात्रों द्वारा परीक्षा के संबंध में दी गई जानकारी तथा मिले तथ्यों को संलग्न किया गया है। दूसरी तरफ राज्यपाल ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष से भी सीजीएल परीक्षा के संबंध में तथ्य के साथ स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है।
छात्र संगठनों ने पेपर लीक होने का लगाया है का आरोप
बता दें कि 21 व 22 सितंबर को आयोजित सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत कई छात्र संगठनों ने की है। छात्रों ने कहा है कि 22 सितंबर को प्रथम पाली की परीक्षा शुरू होने के पहले ही प्रश्नों का उत्तर कई अभ्यर्थियों के पास उपलब्ध हो गया था। जीएस का पेपर, जो पहले लिया गया था, उसमें गणित, रीजनिंग व कंप्यूटर के सभी प्रश्नों को दोहराया गया था। वर्ष 2022 में पूछे गये 20 प्रश्न को बिना बदलाव किए फिर पूछा गया है। इसी प्रकार रीजनिंग का प्रश्न एसएससी सीजीएल 2019 में तथा कंप्यूटर का प्रश्न जेबीएपीएस आरआरसी 2023 से तथा पेपर एक यूपीएससी सी सेट 2019 से लगभग 120 प्रश्न पुन: पूछे गे हैं। कई जगहों पर प्रश्न पत्र के पैकेट पहले से खुले हुए मिले। छात्रों ने परीक्षा रद्द करने व सीबीआइ से जांच कराने की मांग की है।
पेपर लीक का सबूत दें
छात्रों व संगठनों के आरोप के बाद जेएसएससी के अध्यक्ष ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि पेपर लीक का सबूत दें, आरोप सही हुआ तो परीक्षा रद्द कर दी जाएगी। अध्यक्ष ने कहा था कि 639 900 अभ्यर्थियों का आवेदन वैध पाया गया था, इनमें से 304769 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा पूरी तरह से कदाचारमुक्त व शांतिपूर्वक हुई। 6.39 लाख अभ्यर्थियों के लिए 20 लाख उत्तर पुस्तिकाएं छपवाई गई थीं।