रांची। चंपई सोरेन मंत्रिमंडल में कांग्रेस से बनाए गए मंत्रियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले कांग्रेस के बागी विधायकों में आज कुछ उम्मीदों की आस जगी है। मंगलवार को झारखंड कांग्रेस के सह प्रभारी रह चुके व ऑब्जर्वर उमंग सिंघार ने दिल्ली में कांग्रेस के 8 विधायकों से मुलाकात किए। इसके बाद विधायकों ने अपनी नाराजगी सिंघार को बताई। नाम नहीं छापने के शर्त पर एक विधायक ने बताया कि कांग्रेस से बनाए गए मंत्रियों में फेरबदल की बात कांग्रेस नेता सिंघार ने की है। साथ ही संगठन नें भी फेरबदल की संभावना है। यानि कहा जा सकता है की हरी झंडी सिंघार ने विधायकों को दे दी है। सिंघार ने विधायकों को बताया कि आपकी नाराजगी को कांग्रेस के सीनियर लीडर तक पहुंचा दी जाएगी। हालांकि नाराज कांग्रेस के सभी विधायक पार्टी के साथ खड़े हैं। लेकिन जो झारखंड में कांग्रेस से मंत्रियों को रिपीट किया गया है, उससे खासी नाराजगी है। जिस दिन से कांग्रेस में मंत्रियों को बनाने की बात सामने आई, उस दिन से लगभग 12 विधायक खुलकर इसका विरोध करने लगे।
शनिवार से दिल्ली में जमे है नाराज विधायक
आपको बता दें कि शनिवार को रांची के एक होटल में कांग्रेस के नाराज 8 विधायकों ने बैठक कर आगे की रणनीति बनाई थी। इन नाराज विधायकों को मनाने के लिए व उनकी बातों को सुनने के लिए झारखंड सरकार के मंत्री बसंत सोरेन भी मिलने होटल आए थे। करीब आधा घंटा तक बंसत कांग्रेस के विधायकों से बातचीत की थी। बैठक के बाद सभी 8 कांग्रेस के विधायक रात में बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हुए थे। चंपई सोरेन के मंत्रिमंडल में कांग्रेस से आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल को फिर से मंत्री बनाये जाने पर कांग्रेस के कई विधायकों ने खुलकर विरोध किया है। इसको लेकर झारखंड के प्रभारी गुलाम अहमद मीर व झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजश ठाकुर को अपनी नाराजगी बता दी थी। इन सारे विधायकों का साफ कहना है की कांग्रेस में नए लोगों को मंत्री बनाना चाहिए। पुराने को रिपीट नहीं करना चाहिए।
ये विधायक है दिल्ली में
अनूप सिंह, इरफान अंसारी, दीपिका पांडे, उमा शंकर अकेला, राजेश कश्यप, सोना राम सिंकू, अम्बा प्रसाद, भूषण बाड़ा