

हार्वर्ड विश्वविद्यालय की अर्थशास्त्र प्रोफेसर और IMF की पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने अमेरिका के शेयर बाजार और वैश्विक निवेशों को लेकर गंभीर चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि अमेरिका के शेयर में भारी गिरावट आए, तो एक झटके में $35 ट्रिलियन के बराबर मूल्य ध्वस्त हो सकता है।
गो पीनाथ ने यह आगाह ‘द इकनॉमिस्ट’ लेख में व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि आज अमेरिका के शेयर बाजार में दुनियाभर का निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच चुका है — और इस बुलबुला जैसा दबाव अस्थिरता बढ़ा सकता है। अगर यह बुलबुला फट जाए, तो डॉट-कॉम बबल के बाद हुए नुकसान से कई गुना गहरा संकट सामने आ सकता है।
उनका तर्क है कि अमेरिकी शेयरों की कीमतें अन्य देशों के मुकाबले लगभग 46% अधिक हैं, और IMF की मॉडलिंग यह संकेत देती है कि इस ऊँची कीमत का कोई मजबूत आर्थिक आधार नहीं है।गोपीनाथ ने यह भी कहा कि tarif युद्ध तथा कई देशों की सीमित वित्तीय क्षमता इस जोखिम को और बढ़ाते हैं।
इसलिए, यदि गिरावट आती है, तो न सिर्फ अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया इसकी चपेट में आ सकती है। वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं वर्षों तक उबर नहीं पाएँगी — ऐसी स्थिति में निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।