उग्रवादी संगठन के सब-जोनल कमांडर हरेन्द्र गंझू व ईश्वरी गंझू पुलिस मुठभेड़ में मारा गया
टीएसपीसी उग्रवादी संगठन चतरा-हजारीबाग जिला के कई कांडों में थे वांछित
रांची। झारखंड सरकार ने राज्य को नक्सल मुक्त राज्य बनाने का संकल्प लिया है। इसी संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड, रांची के निर्देशन में नक्सली संगठनों के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई की जा रही है। इस दिशा में पुलिस को नक्सली संगठनों के विरूद्ध निरंतर सफलताएं भी मिल रही है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक, चतरा को गुप्त सूचना प्राप्त हुई की प्रतिबंधित टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के सब-जोनल कमांडर हरेन्द्र गंझु अपने दस्ता सदस्यों के साथ सदर थाना क्षेत्र के ग्राम-मंगरदाहा जंगली क्षेत्र में भ्रमणशील है तथा किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में हैं। सूचना का सत्यापन हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चतरा के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया। उक्त छापामारी दल के द्वारा त्वरीत कार्रवाई करते हुए सघन छापामारी अभियान के दौरान ग्राम-गनियोतरी के जंगली क्षेत्र में टीएसपीसी उग्रवादी दस्ता के साथ हुई मुठभेड, जिसमें टीएसपीसी उग्रवादी संगठन सब-जोनलन कमाण्डर हरेन्द्र गंझु एवं दस्ता सदस्य ईश्वरी गंझु उर्फ घुटारी गंझु मुठभेड़ में मारा गया। वर्तमान में सर्च अभियान जारी है। चतरा पुलिस का नक्सलियों से अपील है कि नक्सलियों का समय खत्म हो चुका है। ये किसी न किसी दिन पुलिस की गोली का शिकार होगें। वे हिंसावादी विचारधारा को छोड़कर झारखण्ड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति की “नई दिशा” का लाभ लेकर मुख्य धारा से जुड़े अन्यथा कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहे। सभी नक्सली सरकार द्वारा दी जा रही इस सुविधा का लाभ उठायें एवं नक्सलवाद विचारधारा को त्याग मुख्यधारा में शामिल हों।
बरामदगी
एके 47-01, देशी कट्टा-01, जिंदा गोली-03 एके 47, मिस फायर गोली-01.315, खोखा, मोटरसाईकिल-01, मोबाईल-04