रांची। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के सरकारी PS संजीव लाल को सस्पेंड कर दिया गया है। झारखंड के CM चंपई सोरेन की सहमति के बाद गवर्नर के आदेश से संजीव लाल को निलंबित कर दिया गया है। इससे संबंधित अधिसूचना कार्मिक विभाग ने जारी कर दी है। संजीव को 7 मई को गिरफ्तारी के दिन से सस्पेंड माना जाएगा। संजीव लाल अभी ED की रिमांड पर है। बीते दिनों संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर के ठिकाने से कैश बरामदगी मामले में ED ने दोनों को गिरफ्तार किया था। न्यायिक हिरासत में जाने की सूचना के बाद सरकार की ओर से उन्हें सस्पेंड करने की कार्रवाई की जा रही थी। इस संबंध में आज आदेश जारी कर दिया गया। जारी आदेश के अनुसार जेल से निकलने के बाद संजीव लाल को कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग में योगदान देने को कहा गया है। कार्मिक विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में बताया गया है कि प्रवर्तन निदेशालय के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय ने पत्र भेजकर सूचित किया है कि संजीव कुमार लाल की पीएमएलए, 2002 की धारा-3 और धारा-4 के तहत मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध के लिए 7 मई को गिरफ्तार किया गया है, उसी दिन पीएमएलए कोर्ट में पेश करने के बाद 8 मई से 6 दिन का रिमांड मिला है।
7 मई को ईडी ने अरेस्ट किया था
बता दें कि 6 मई को ईडी की टीम ने संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम समेत उनके करीबियों के कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी। इस दौरान जहांगीर आलम के नाम से रेंट पर लिए गए सर सैयद रेजीडेंसी नाम के फ्लैट से 34 करोड़ से ज्यादा रुपए जब्त किए गए थे। इसके बाद 7 मई को ईडी ने संजीव लाल और जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। इस मामले में संजीव कुमार लाल की पत्नी को 9 मई को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. वहीं 8 मई को ईडी की टीम संजीव कुमार लाल को लेकर प्रोजेक्ट भवन स्थित उनके कार्यालय में भी पहुंची थी. वहां उनके ड्राइवर से भी लाखों रुपए बरामद हुए थे।