पाकिस्तान संचालित ‘गजवा ए हिंद’ मामले में एनआईए ने बिहार में छापेमारी की | कई अहम दस्तावेज मिले
नेशनल लेटेस्ट न्यूज
- गुजरात व उत्तर प्रदेश में भी की गई छापेमारी
- एनआईए बिहार का यह मामला 2022 में दर्ज किया था
- जनवरी 2023 में मरघूब पर आरोप पत्र दायर किया गया
रांची। एनआई ने रविवार में कट्टरपंथी ‘गजवा ए हिंद’ के संबंध में बिहार, गुजरात व उत्तर प्रदेश 5 स्थोनों पर छापेमारी की। पाकिस्तान स्थित संदिग्ध एंजेसी ‘गजवा ए हिंद’ से जुड़े तार को खंगालने बिहार के दरभंगा व पटना में दो जगहों पर छापेमारी की। इसके अलावा गुजरात के सूरत में एक व उत्तर प्रदेश के बरेली में एक जगह पर तलाशी ली। एनआईए छापेमारी में मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड, सिम कार्ड व अन्य दस्तावेजों सहित आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। बता दें कि यह मामला पटना जिले के फुलवारीशरीफ इलाके में मरघूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर की गिरफ्तारी के बाद ‘गजवा ए हिंद’ से जुड़े मामले में आया था। 14 जुलाई 2022 को यह मामला दर्ज किया गया था। एनआईए ने 22 जुलाई को इसे फिर से दर्ज किया। 6 जनवरी 2023 को भारतीय दंड संहिता व गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम 1967 की विभिन्न धाराओं के तहत मरघूब पर आरोप पत्र दायर किया गया।
‘गजवा ए हिंद’ व्हाट्सएप ग्रुप से लोगों को जोड़ा जा रहा था
एनआईए ने बताया कि मरघूब ‘गजवा ए हिंद’ का सदस्य बनकर देश में इस संगठन को स्थापित करना था। साथ ही युवाओं को कट्टरपंथी बनाना था। जांच में यह पता चला कि मरघूब ‘गजवा ए हिंद’ व्हाट्सएप चलाता था व इस ग्रुप का खुद एडमिन था। इस ग्रुप को पाकिस्तान के जैन नामक युवा ने बनाया था। मरघूब ने आंतकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए देश के स्लीपर सेल स्थापित करने के उद्देश्य से कई भारतीयों, पाकिस्तानियों, बांग्लादेशियों व यमनी नागरिकों को इस व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़े रखा था। व्हाट्एसएप, टेलिग्राम व बीआईपी मैसेंजर पर ‘गजवा ए हिंद’ के विभिन्न सोशल मीडिया ग्रुप बनाए गए थे। जांच में पता चला कि मामले में शामिल विभिन्न संदिग्ध पाक्सितान स्थित के संपर्क में थे व ‘गजवा ए हिंद’ के विचार का प्रचार करने में शामिल थे। इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
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