17 को निकलेगा मुहर्रम का जुलूस : सोशल मीडिया पर रहेगी कड़ी नजर | वीडियोग्राफी व ड्रोन से की जाएगी निगरानी
डीजीपी ने विधि व्यवस्था को लेकर बैठक किया
रांची। 17 जुलाई को मुहर्रम पर्व को लेकर डीजीपी झारखंड अजय कुमार सिंह ने विधि-व्यवस्था को लेकर पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में सभी प्रक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, सभी क्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक, सभी वरीयय पुलिस अधीक्षक और सभी पुलिस अधीक्षक से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हेतु समीक्षा बैठक की गई। बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक झारखंड के द्वारा मुहर्रम को लेकर विस्तृत समीक्षा की गई। सभी संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती पर चर्चा की गई, वैसे जिलों में जहां पूर्व में सांप्रदायिक घटनाएं घटित हुई है उन जिलों में पुलिस महानिदेशक झारखंड ने विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। ज्ञात हो की मुहर्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर राज्य के अलग-अलग जिलों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की जा रही है। जुलूस के दौरान सभी पुलिस कर्मियों को बॉडी प्रोटेक्टर समेत अन्य दंगा नियंत्रण उपकरण साथ में लेकर चलने के निर्देश भी दिए गए हैं। सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। ताकि आसामाजिक तत्व अफवाह ना फैल सके।
अफवाह फैलाने वालों पर तुरंत करें कार्रवाई
किसी तरह की अफवाह फैले तो तत्काल उसका सत्यापन करते हुए अग्रत्तर आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। सभी थाने में स्थानीय शांति समिति की बैठक आयोजित कर कोई भी फर्जी या धार्मिक खबर की सूचना मिलने पर उसकी तत्काल सूचना जिला प्रशासन या अपने नजदीकी पुलिस थाना में दें, ताकि इस पर संज्ञान लेकर आवश्यक कार्रवाई की जा सके। थाने में होने वाली शांति समिति की बैठक में पिछले वर्षों के वैसे चिन्हित स्थान जहां संप्रदाय घटनाएं घटित हुई हो वहां अतिरिक्त सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया। उन्होंने सभी जिलों में पूर्व से लंबित कांडों का त्वरित निष्पादन करने का भी निर्देश दिया। संवेदनशील इलाकों में फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी व ड्रोन से निगरानी रखने पर जोर दिया। मुहर्रम जुलूस पूर्व से तय रुट पर ही निकालने का दिशा निर्देश एवं रुट में पढ़ने वाले धार्मिक स्थल, चौक चौराहा पर सतत निगरानी रखने का निर्देश एवं जुलूस रूट का आपसी समन्यवय से भौतिक सत्यापन करने का भी निर्देश दिया। इस बैठक में राज्य के सभी आला अधिकारी शामिल हुए।