

मौत के मलवे से निकले 3 शव
रांची। जमशेदपुर एमजीएम अस्पताल में हुई दुर्घटना के बाद झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी देर रात घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेकर स्थिति का जायजा लिया। मृतकों के परिवारजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि कि यह समय बयानबाजी का नहीं, बल्कि मानवीय सहयोग का है। डॉ. अंसारी ने घटना को “दिल दहला देने वाला” बताते हुए कहा कि सरकार मामले को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वे तुरंत मौके पर पहुंच गए थे। अस्पताल की बिल्डिंग की हालत को देखते हुए सभी मरीजों को नए एमजीएम अस्पताल या अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही, नए अस्पताल में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए टाटा कंपनी से समन्वय की बात कही। बता दें कि इस हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है।
राजनीति पर रोक, जांच को प्राथमिकता
स्थानीय विधायकों की आलोचनाओं पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी कार्य करने का समय है, राजनीति का नहीं। जांच पूरी होने के बाद ही सभी सवालों के जवाब दिए जाएंगे।” इस बीच, जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि मलवे में दबे तीन मरीजों के शव बाहर निकाल लिए गए हैं। घटना में दो अन्य घायलों को सुरक्षित निकालकर उपचार के लिए भेजा गया।
48 घंटे में जांच रिपोर्ट
हादसे की जांच के लिए एसडीओ की अगुवाई में एक कमेटी गठित की गई है, जिसमें बिल्डिंग इंजीनियर और अस्पताल प्रबंधन शामिल हैं। इस टीम को 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान जिला प्रशासन, पुलिस और अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी मौजूद रहे।
घटना का संदर्भ
शनिवार देर शाम एमजीएम अस्पताल के एक हिस्से की छत गिरने से यह दुर्घटना हुई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, घटनास्थल पर 15 लोग मौजूद थे, जिनमें से 12 को चिह्नित किया गया। तीन की मौत के अलावा दो घायलों को बचा लिया गया। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों से संपर्क कर मदद का आश्वासन दिया है।