9-10 अगस्त को पुराना जेल परिसर यानी बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान में होगा कार्यक्रम
ऐसा होगा कार्यक्रम
12.10 बजे: रीझ-रंग रैली- 32 आदिवासी समूहों की ओर से धुमकुड़िया भवन, करमटोली चौक चौक से जेस चौक तक
1 बजे: मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन व सीएम हेमंत सोरेन का आगमन
1.5 बजे: 2 पाईका नृत्य समूहों की ओर से मुख्य अतिथि का स्वागत
1.10 बजे: पारंपरिक लोटा-पानी स्वागत
1.12 बजे: 50 कलाकारों की ओर से नगड़ा की प्रस्तुति
1.15 बजे: मुख्य अतिथि द्वारा विभिन्न शिविरों का उद्घाटन
1.17 बजे: मुख्य अतिथि शिबू सोरेन व सीएम हेमंत सोरेन का मंच पर आगमन
1.45 बजे: सीएम का संबोधन
2.10 बजे: मुख्य अतिथि का संबोधन
2.20 बजे: मोनिका मुंडू का गायन
रांची। विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आज व कल शहर से लेकर गांव तक की एक अलग पहचान बनेगी। इसे भव्य बनाने को लेकर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। शहर के चप्पे-चप्पे पर विश्व आदिवासी दिवस की धूम दिखाई दे रही है। बड़े-बड़े पोस्टर व होर्डिंग्स से रांची शहर पट गया है। झारखंड सरकार रांची में विश्व स्तरीय भव्य कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। रांची के पुराना जेल परिसर यानी बिरसा मुंडा संग्रहालय में 9 और 10 अगस्त को इसका आयोजन होगा। इस आयोजन में देश और दुनिया के आदिवासी कला संस्कृति, खान-पान की झलकियां दिखेंगी। यहां पूरा झारखंड जनजातीय वाद्य यंत्रों की धुन पर थिरकेगा। विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम की तैयारियां जोरो शोरो से चल रही है। कार्यक्रम का आयोजन 9 और 10 अगस्त को होना है। जिला प्रशासन इन तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है।
कई राज्यों की संस्कृति की झलकियां देखने को मिलेंगी
दो दिनों तक होने वाले इस कार्यक्रम में बिरसा मुंडा संग्रहालय में आदिवासी कलाकृतियों का नजारा देखने को मिलेगा। जिसमें झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ के अलावा अरुणांचल प्रदेश, आसाम, ओडिशा और राजस्थानी की जनजातीय समुदाय की परंपरा और संस्कृति की झलकियां देखने को मिलेंगी। साथ ही नागपुरी, सरायकेला छऊ, डोमकच, पायका सहित अन्य नृत्य की प्रस्तुति होगी।
32 जनजातीय वाद्य यंत्रों का आपको संगम दिखेगा
झारखंड सरकार के इस विश्व स्तरीय आयोजन में 32 जनजातीय वाद्य यंत्रों का आपको संगम दिखेगा साथ ही असुर, बैंगा, बथुरी, बेदिया, बिंझिया, बिरहोर, बिरजिया, चेरो, चिक बराइक, गोंड सहित सभी जनजातीय समुदायों का समागम भी देखने को मिलेगा। झारखंडी खानपान, परिधान, फैशन शो, आदिवासी व्यंजन के स्टॉल के साथ, विविध जनजातीय सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी दिखेगा। झारखंड आदिवासी महोत्सव 2023 के इस भव्य आयोजन में कला संस्कृति के साथ आदिवासी आन बान शान का गौरवशाली इतिहास और आदिवासी भव्यता भी प्रदर्शित की जाएगी।
72 स्टॉल लगाए गए
विश्व आदिवासी दिवस के इस कार्यक्रम में कुल 72 स्टॉल लगाए जाएंगे। हर स्टॉल में आपको अलग-अलग आदिवासी झलकियां देखने को मिलेंगी। जिला प्रशासन आवागमन को सुगम बनाए रखने के लिए जिला परिवहन अधिकारी निरीक्षण कर रहे। रांची में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी दिवस का आयोजन दो दिनों तक चलेगा। इस आयोजन के जरिए आदिवासी परंपरा उसके खानपान की संस्कृति को विश्व पटल पर दर्शाने की पूरी कोशिश में प्रशासन जुटा है, ताकि हमारी आदिवासी परंपरा को विश्व स्तर पर एक नई पहचान मिल सके।