बच्चे पर 26 बार चाकू से वार किया गया, माँ भी गंभीर रूप से घायल
मुस्लिम होने और हमास और इजरायलियों के संघर्ष के कारण मां-बेटे पर हमला किया गया
रांची। अमेरिकी में 6 साल के मुस्लिम बच्चे की चाकू मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। बच्चे की 32 वर्षीय मां पर भी हमला किया गया, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गई।पुलिस ने इस हमले के पीछे पीड़ितों के मुस्लिम होने और इजरायल और हमास युद्ध को वजह बताया है। वहीं, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस घटना की निंदा की है और कहा कि अमेरिका में नफरत की कोई जगह नहीं है। 6 साल के बच्चे पर 26 बार चाकू से वार घटना 14 अक्टूबर की है। अमेरिका के इलिनोइस में एक 71 साल के मकान मालिक ने अपने घर में रहनेवाले किरायेदार पर चाकू से हमला कर दिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने सात इंच के चाकू से बच्चे पर 26 बार वार किया। जिसके बाद घायल बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई। वहीं, उसकी मां गंभीर रूप से घायल है।
मुस्लिम होने कारण मां-बेटे पर हमला किया गया
मामले में मकान मालिक पर हत्या का केस दर्ज किया गया है।विल काउंटी शेरिफ कार्यालय के अनुसार, दोनों पीड़ितों के मुस्लिम होने और हमास और इजरायलियों के संघर्ष के कारण मां-बेटे पर हमला किया गया है। परिवार के एक सदस्य ने लड़के की पहचान वाडिया अल-फयूम के रूप में की है। वहीं, पीड़ितों को फिलिस्तीनी-अमेरिकी मूल का बताया गया है। पुलिस के अनुसार, सीएआईआर के शिकागो कार्यालय के प्रमुख अहमद रेहब ने पीड़ित महिला के हवाले से बताया कि मकान मालिक ने दरवाजा खटखटाया और उसका गला घोंटने का प्रयास किया और कहा, तुम मुसलमानों को मरना होगा। अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, महिला मकान मालिक से लड़ते हुए 911 पर कॉल करने में कामयाब रही। पुलिस मौके पर पहुंची तो बेडरूम में महिला और बच्चे को घायल पाया। दोनों पीड़ितों की छाती, धड़ और ऊपरी अंगों पर चाकू के कई घाव थे।बयान में यह कहा गया है कि शव परीक्षण के दौरान सात इंच के ब्लेड वाला चाकू लड़के के पेट से निकाला गया।
नफरत की अमेरिका में कोई जगह नहीं: बाइडेन
घटना को लेकर व्हाइट हाउस से प्रेस रिलीज जारी किया गया। जिसके अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जिल और मैं इलिनोइस में अपने घर में एक छह साल के बच्चे की नृशंस हत्या और बच्चे की मां की हत्या के प्रयास के बारे में जानकर स्तब्ध और दुखी हैं। बच्चे का फिलिस्तीनी मुस्लिम परिवार अमेरिका में शांति से रहने के लिए आया था।इस भयावह नफरत की अमेरिका में कोई जगह नहीं है और यह हमारे बुनियादी मूल्यों के खिलाफ हैं। अमेरिकी के रूप में, हमें एक साथ आना चाहिए और इस्लामोफोबिया और सभी प्रकार की कट्टरता और नफरत को खारिज करना चाहिए।