हॉकी की दीवागनी : 4 बजे स्टेडियम हाऊसफुल | फाइनल मैच शुरू होगा रात 8.30 बजे | बाहर लगा खेलप्रेमियों का जमावड़ा
दिन के 12 बजे से खेलप्रेमी लाइन में लगने लगे
स्टेडियम के बाहर 10-12 हजार दर्शकों का जमावड़ा
रांची। झारखंड वीमेंस एशियन हॉकी चैंपियनशिप का क्रेज शहर में सिर चढ़कर बोल रहा है। रविवार को खेले जाने वाले फाइनल मैच से पहले ही मोरहाबादी क्षेत्र में खेलप्रेमियों का हुजूम उमड़ पड़ा है। हर एरिया में सिर्फ खेलप्रेमी ही नजर आ रहे हैं। मैच देखने को लेकर 12 बजे से ही लाइन में लगकर खेलप्रेमी स्टेडियम में अंदर जाने काे लेकर इंतजार करते रहे। 4 बजे तक पूरा स्टेडियम हाऊसफुल हो गया। तीसरे व चौथे स्थान के लिए मैच 6 बजे व फाइनल मैच रात 8.30 बजे से ही खेला जाएगा। लेकिन लोग स्टेडियम के अंदर बैठकर मैच देखने को लेकर 5-6 घंटा पहले से ही लाइन में लग गए। स्टेडियम की कैपेसिटी 7 हजार है, लेकिन कम से कम 12 हजार लोग मैच देख रहें। इसमें फ्री में देखने वालों दर्शक व वीआईपी शामिल हैं। आलम यह है कि 4 बजे ही स्टेडियम पूरी तरह से भर गया। बाहर कम से कम 10-12 हजार से ज्यादा दर्शक मैच देखने को लेकर आतुर हैं। लेकिन स्टेडियम हाऊसफुल हो जाने के कारण अब ये सभी खेलप्रेमी मोरहाबादी में लगे बड़े-बड़े एलईडी स्क्रीन में या फिर घर में आराम से बैठकर टीवी में मैच का लुत्फ उठाएंगे। कहा जा सकता है की भारत के किसी भी राज्य में हॉकी का क्रेज झारखंड के तरह नहीं होगा। क्योंकि झारखंड वीमेंस एशियन हॉकी चैंपियनशिप का फाइनल मैच इसका गवाह बन गया। एचआईएल में भी इस तरह का भीड़ व जुनून कहीं नहीं रहा। झारखंड सरकार, हॉकी इंडिया व हॉकी झारखंड ने पूरी तरह से इस चैंपियनशिप को सफल बना दिया। इससे भारत ही नहीं विदेशों में भी झारखंड का खेल का स्तर यकीनन ऊंचा होगा।
भारत 2016 के बाद चैंपियन नहीं बनी है
राउंड रॉबिन लीग चरण के आधार पर खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में कुल छह टीमें भाग ले रही थीं। इनमें मेजबान भारत के अलावा चीन, जापान, कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड की टीमें शामिल थीं। लीग चरण के बाद अंकतालिका की टॉप-4 टीमों ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया। भारत को साल 2016 के बाद से अपनी पहली खिताब की तलाश है। भारतीय टीम 2013 और 2018 में रजत पदक जीत चुकी है।