झारखंड की पूर्व मंत्री गीता श्री उरांव को पुलिस ने हिरासत में लिया | बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया


Burial place of Lord Birsa Munda : झारखंड की पूर्व शिक्षा मंत्री गीता श्री उरांव को 9 जून 2025 को रांची के कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा की समाधि स्थल पर माल्यार्पण के दौरान पुलिस ने हिरासत में लिया। यह घटना सिरमटोली फ्लाईओवर के रैंप निर्माण के विरोध में चल रहे आदिवासी संगठनों के प्रदर्शन के संदर्भ में हुई। गीता श्री उरांव और उनके समर्थकों को प्रशासन ने प्रदर्शन के दौरान डिटेन किया, जिसने सियासी हलचल मचा दी। गीता श्री उरांव की हिरासत सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप विवाद का हिस्सा है, जो आदिवासी समुदाय की धार्मिक भावनाओं और सरकारी विकास परियोजनाओं के बीच टकराव को दर्शाता है। यह मामला राजनीतिक और सामाजिक रूप से संवेदनशील बना हुआ है, और आने वाले दिनों में इसके और उग्र होने की संभावना है
घटना का विवरण:
- स्थान और समय: 9 जून 2025 को सुबह, कोकर, रांची में भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर समाधि स्थल पर माल्यार्पण के दौरान।
- कारण: गीता श्री उरांव और उनके समर्थक सिरमटोली फ्लाईओवर के रैंप निर्माण का विरोध कर रहे थे, जो सरना स्थल के पास बनाया गया है। आदिवासी संगठनों का दावा है कि यह रैंप उनके धार्मिक स्थल तक पहुंच को बाधित करता है और इसकी पवित्रता को प्रभावित करता है।
- पुलिस कार्रवाई: प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन की सलाह दी गई थी, लेकिन जब वे नहीं माने, तो पुलिस ने गीता श्री उरांव सहित कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
पृष्ठभूमि:
- सिरमटोली फ्लाईओवर विवाद: यह 2.34 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर रांची में यातायात को सुगम बनाने के लिए बनाया गया है, लेकिन इसके रैंप का निर्माण सरना स्थल के पास होने से आदिवासी समुदाय में आक्रोश है। संगठनों का कहना है कि यह रैंप सरहुल जैसे धार्मिक त्योहारों के दौरान श्रद्धालुओं की आवाजाही में बाधा डालेगा।
- पिछले प्रदर्शन: 4 जून 2025 को आदिवासी संगठनों ने इस मुद्दे पर झारखंड बंद बुलाया था, जिसमें रांची की सड़कों पर टायर जलाए गए और कई क्षेत्रों में दुकानें बंद रहीं। इस दौरान भी गीता श्री उरांव को हिरासत में लिया गया था।
- नामकरण विवाद: 5 जून 2025 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फ्लाईओवर का उद्घाटन किया और इसका नाम बाबा कार्तिक उरांव फ्लाईओवर रखा। गीता श्री उरांव ने इसे आदिवासी समुदाय की भावनाओं को नजरअंदाज करने का प्रयास बताते हुए कहा कि इससे उनकी पीड़ा कम नहीं होगी। उन्होंने घोषणा की कि हर साल 5 जून को काला दिवस मनाया जाएगा और मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जाएगा।
कानूनी स्थिति:
- गीता श्री उरांव और चार अन्य लोगों (कुंद्रसी मुंडा, निरंजन हेरेंज टोप्पो, सुनीता मुंडा, और राहुल तिर्की) ने सिरमटोली फ्लाईओवर विवाद से जुड़े एक मामले में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। इसकी सुनवाई पहले 7 जून को होनी थी, लेकिन अब यह 30 जून 2025 को होगी।
आदिवासी संगठनों की प्रतिक्रिया:
- आंदोलन की योजना: सिरमटोली सरना स्थल बचाओ मोर्चा और आदिवासी बचाओ मोर्चा ने 21 जून 2025 को सिरमटोली में 32 जनजातियों के प्रतिनिधियों के साथ एक महाबैठक बुलाने की घोषणा की है ताकि आंदोलन को और व्यापक किया जाए।
- आरोप: संगठनों ने हेमंत सोरेन सरकार पर आदिवासी धार्मिक पहचान को मिटाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरकार उनकी चिंताओं को नजरअंदाज कर रही है।
वर्तमान स्थिति:
- गीता श्री उरांव और उनके समर्थकों को हिरासत के बाद रिहा कर दिया गया, लेकिन यह मामला अब भी चर्चा में है। आदिवासी संगठन आंदोलन को और तेज करने की योजना बना रहे हैं, और जमानत याचिका की सुनवाई 30 जून को होगी।