
पोंडा (गोवा): गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा कृषि मंत्री रवि नाइक का सोमवार को 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि उन्हें सुबह हृदयाघात हुआ, जिसके बाद उन्हें पोंडा के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। रवि नाइक का निधन गोवा की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति मानी जा रही है।
राज्य सरकार ने उनके सम्मान में तीन दिन का राज्य शोक घोषित किया है। इस दौरान सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और किसी भी प्रकार के सरकारी आयोजन नहीं किए जाएंगे।
हृदयाघात से निधन, पूरे राज्य में शोक
सोमवार की सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद रवि नाइक को घर से ही अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। वे लंबे समय से हृदय संबंधी परेशानियों से जूझ रहे थे। परिवार के सदस्यों, समर्थकों और गोवा भाजपा इकाई में उनके निधन की खबर फैलते ही शोक की लहर दौड़ गई।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोशल मीडिया पोस्ट कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा—
“वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री श्री रवि नाइक जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं। उन्होंने दशकों तक गोवा की जनता की सेवा की और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को इस कठिन घड़ी में शक्ति प्रदान करे।”
दो बार रहे गोवा के मुख्यमंत्री
रवि नाइक गोवा की राजनीति के सबसे अनुभवी चेहरों में से एक थे। उन्होंने दो बार मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया —
- पहला कार्यकाल: 25 जनवरी 1991 से 18 मई 1993
- दूसरा कार्यकाल: अप्रैल 1994 (संक्षिप्त अवधि के लिए)
उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) से की थी और बाद में भाजपा में शामिल हुए। भाजपा सरकार में वे कृषि मंत्री के रूप में कार्यरत थे।
उनके नेतृत्व में गोवा में कई विकास योजनाएं शुरू की गईं। विशेष रूप से कृषि, ग्रामीण विकास और जल संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में उनके प्रयासों को सराहा गया।
जननेता के रूप में पहचान
रवि नाइक का जन्म 18 सितंबर 1946 को गोवा के पोंडा में हुआ था। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने सामाजिक कार्यों से अपनी पहचान बनाई और धीरे-धीरे राजनीति में प्रवेश किया।
वे कई बार गोवा विधानसभा के लिए चुने गए और अपने क्षेत्र में लोकप्रिय जननेता के रूप में जाने जाते थे।
वे हमेशा आम जनता से सीधे संवाद बनाए रखने और स्थानीय मुद्दों के समाधान के लिए सक्रिय रहते थे। उनके समर्थकों का कहना है कि वे “धरातल के नेता” थे, जो सत्ता में रहते हुए भी आम नागरिकों के बीच बने रहे।
परिवार और निजी जीवन
रवि नाइक के परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं। उनका बेटा रॉय नाइक भी राजनीति में सक्रिय है और अपने पिता के पदचिह्नों पर चल रहा है। परिवार ने अपील की है कि लोग उनके अंतिम संस्कार में शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित करें, लेकिन किसी तरह की भीड़भाड़ या राजनैतिक प्रदर्शन से बचें।
उनके निधन के बाद गोवा में कई राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने श्रद्धांजलि सभा आयोजित करने की घोषणा की है।
गोवा की राजनीति में गहरी छाप
रवि नाइक ने अपने लंबे राजनीतिक करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे। वे हमेशा शांत, दृढ़ और व्यवहारिक नेता के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने गोवा में स्थायी विकास और प्रशासनिक सुधार की दिशा में कई कदम उठाए।
उनके करीबी बताते हैं कि वे अंतिम दिनों तक पूरी तरह सक्रिय रहे और अक्सर कृषि से जुड़ी योजनाओं पर अधिकारियों से चर्चा करते थे।
गोवा भाजपा अध्यक्ष सदानंद तनावडे ने कहा,
“नाइक जी का जाना हमारे लिए व्यक्तिगत नुकसान है। उन्होंने पार्टी के साथ-साथ पूरे राज्य की सेवा की। उनकी ईमानदारी और समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा।”
ज्यभर में श्रद्धांजलि और शोक सभा
पोंडा में उनके आवास पर हजारों समर्थक, पार्टी कार्यकर्ता और आम नागरिक श्रद्धांजलि देने पहुंचे। कई वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों ने वहां पहुंचकर परिवार के प्रति संवेदना जताई।
सरकारी स्तर पर उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
गोवा विधानसभा में भी विशेष सत्र बुलाने की संभावना है, जिसमें उनके योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी जाएगी।