चुनावी शोर : खड़गे व राहुल गांधी से मिले हेमंत सोरेन | सीट शेयरिंग समेत अन्य चुनावी तैयारियों पर चर्चा हुई
सीट शेयरिंग के फार्मूले को जल्द अंतिम रूप दे दिया जाएगा
रांची। झारखंड में कभी भी चुनाव की घंटी बज सकती है। इसको लेकर सभी पार्टियों ने अपनी अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार हेमंत सोरेन उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने खड़गे के आवास पर उनसे मुलाकात की। झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष व राहुल गांधी से चर्चा की। झारखंड में विधानसभा चुनाव इसी साल होने हैं। इस मुलाकात के दौरान विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग समेत अन्य चुनावी तैयारियों पर चर्चा हुई। हेमंत सोरेन ने उम्मीदवार चयन में कांग्रेस को सावधानियां बरतने की सलाह दी। वहीं, दोनों दलों के नेताओं ने हरियाणा चुनाव से सबक लेते हुए झारखंड में सीट शेयरिंग, उम्मीदवार चयन, साझा चुनाव प्रचार अभियान और आरजेडी-वाम दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर चर्चा की। इस दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। बता दें कि झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत कई वरिष्ठ नेता भी दिल्ली में ही मौजूद हैं।
एक-एक सीट पर चर्चा होगी
मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से हेमंत सोरेन की मुलाकात के बाद झारखंड विधानसभा चुनाव में तालमेल पर सहमति लगभग बन गई है। लेकिन सीट शेयरिंग के फार्मूले को अंतिम रूप देने के लिए दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेता जल्द ही बैठक करेंगे। इस बैठक में एक-एक सीट पर चर्चा होगी, उसके बाद ही तालमेल की औपचारिक रूप से घोषणा की जाएगी। जेएमएम प्रमुख हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव के सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात जरूर की। लेकिन इंडिया अलायंस में सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देने के पहले आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव या वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव से चर्चा होगी।
सीपीआई-एमएल को भी मिलेगा टिकट
2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-जेएमएम और आरजेडी के बीच गठबंधन हुआ था, लेकिन इस गठबंधन से वाम दलों को दूर रखा गया था। लेकिन हाल के दिनों में सीपीआई-एमएल का सहयोग हेमंत सोरेन को मिला है। यही कारण है कि लोकसभा चुनाव 2024 में भी राज्य में एक सीट इंडिया अलायंस की ओर से माले के लिए छोड़ा गया था। अब विधानसभा चुनाव में भी सीपीआई-एमएल के लिए सीटें छोड़ने पर विचार किया जा रहा है। इसमें बगोदर, राजधनवार, निरसा और सिंदरी विधानसभा सीट शामिल है।