

रांची। ईडी की टीम ने एक बार फिर रांची में दबिश डाली है। झारखंड की राजधानी रांची सहित बिहार के 16 ठिकानों पर ईडी ने रेड मारी है। कई बिल्डरों के घर व कार्यालय में छापेमारी की गई है। बोकारो लैंड स्कैम मामले को लेकर ईडी की टीम ने यह छापेमारी की है। रांची सहित मल्टीप्ल लोकेशंस पर ईडी की छापामारी चल रही है। मिली जानकारी के अनुसार लालपुर के हरिओम टावर स्थित राजवीर कंस्ट्रक्शन के ठिकाने में ईडी की छापेमारी चल रही है। बोकारो में वन भूमि का घोटाला का मामला सामने आने के बाद ईडी ने रांची व बोकारो में छापेमारी की है। ईडी के अधिकारी कागजात व अन्य चिजों को खंगाल रही है। छापेमारी के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। कई सरकारीकर्मी वन भूमि घोटाले के रडार पर हैं। बता दें कि राजवीर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड से तीन डायरेक्टर जुड़े हैं, जिनमें पुनीत अग्रवाल, वीर अग्रवाल और विमल अग्रवाल शामिल हैं। ईडी की टीम रांची के हरिओम टावर पर छापेमारी कर रही है। राजवीर कंस्ट्रक्शन के ठिकानों पर ईडी की दबिश है।कारोबारी विमल अग्रवाल और पुनीत अग्रवाल के ठिकानों पर ईडी की रेड चल रही है। इन दोनों के राजवीर कंस्ट्रक्शन पर ईडी छापेमारी कर रही है। इससे पहले 26 सितंबर 2023 को इनके ठिकानों पर जीएसटी की छापेमारी हो चुकी है। ये सभी बाबा बैद्यनाथ मेडिकल ट्रस्ट से जुड़े हुए है। ED की टीम हरिओम टावर के छठे तल्ले पर मौजूद राजवीर कंट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड में कागजातों को खंगालने में जुटी है।
क्या है मामला
बोकारो वन भूमि घोटाले का मामला वर्ष 2022 का है. कुछ प्रशासनिक अधिकारियों ने कई गड़बड़ियां कर एक कंपनी को वन विभाग की 74.38 एकड़ जमीन दे दी थी. यह धनबाद जिला प्रशासन के उस मामले से जुड़ा है, जिसमें साल 2013 में तेतुलिया मौजा के चास थाना के सर्वे प्लॉट नंबर- 426/450 की भूमि को जंगल साल (वन विभाग की भूमि) की जगह पुरानी परती के रूप में प्रकाशित की गयी थी. इसके बाद जब महेंद्र कुमार मिश्र ने सीएनटी एक्ट की धारा-87 के तहत अपनी मात्र 10 डिसमिल जमीन के लिए बोकारो इस्पात परियोजना प्राधिकार भारत सरकार के खिलाफ वाद- 4330/2013 दायर किया, तो इसमें बोकारो जिला प्रशासन की इंट्री हुई. महेंद्र मिश्रा ने भले ही मामला दायर किया, लेकिन वर्ष 2014 के बाद उन्होंने खुद को किनारे कर लिया था. ये मामला बोकारो के तेतुलिया मौजा स्थित करीब 100 एकड़ वन भूमि का है. झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर मामले की जांच सीआईडी कर रही है. बोकारो वन प्रमंडल के प्रभारी वनपाल सह वनरक्षी रुद्र प्रताप सिंह की शिकायत पर धारा 406, 420, 467, 4680 471, 120बी/34 व 30(सी)/63 फॉरेस्ट एक्ट के तहत सेक्टर-12 थाना में 18 मार्च 2024 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
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