+91 6205-216-893 info@newsboxbharat.com
Thursday, November 21, 2024
EducationLatest Hindi NewsNews

बड़ी खबर : JSSC-CGL परीक्षा को लेकर जांच कमेटी बनाई गई | एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया

Jharkhand districts news | jharkhand latest news | jharkhand latest hindi news | jharkhand news box bharat
Share the post

आयोग के पास कई शिक्षण संस्थानों ने शिकायत दर्ज कराई

रांची। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा 21-22 सितंबर को आयोजित सीजीएल (CGL) परीक्षा में मिल रही शिकायतों की जांच कराने को लेकर सीएम को एक पत्र लिखा। इस पत्र के बाद राज्य में खूब राजनीति भी हो रही है। राज्यपाल के द्वारा सीएम को भेजे गए पत्र के बाद झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने जांच कमेटी का गठन कर दिया है। JSSC ने आज ही यानी 27 सितंबर को सचिव सुधीर गुप्ता के हस्ताक्षर से कार्यालय आदेश निकाला है। कार्यालय आदेश में लिखा.. निदेशानुसार राज्यपाल सचिवालय पत्राक रा0 भ0/1163/2024 दिनांक 25.9.24 एवं झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त परीक्षा -2023 के अभ्यर्थियों से प्राप्त परिवादों के आलोक में जांच हेतु अधोहस्ताक्षरी की अध्यक्षता में निम्नवत समिति का गठन किया जाता है। 2 सदस्यीय जांच कमेटी में मधुमिता कुमारी, संयुक्त सचिव-सदस्य व अरविंद कुमार लाल, उपसचिव सह-परीक्षा नियंत्रक-सदस्य को निदेश दिया जाता है कि समिति आदेश निर्गत तिथि से एक सप्ताह के अंदर प्रतिवेदन समर्पित करेंगे। मिली जानकारी के अनुसार कुछ शिक्षण संस्थानों ने शिकायत दर्ज कराई है।

क्या है पूरा मामला

राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) द्वारा आयोजित सीजीएल (संयुक्त स्नातक स्तर) परीक्षा में मिल रही शिकायतों की जांच कराने को कहा है। ताकि इस परीक्षा के साथ ही आयोग की विश्वसनीयता पर किसी प्रकार का प्रश्नचिह्न नहीं लगे। राज्यपाल की ओर से भेजे गये पत्र में छात्र संगठनों व छात्रों द्वारा परीक्षा के संबंध में दी गई जानकारी तथा मिले तथ्यों को संलग्न किया गया है। दूसरी तरफ राज्यपाल ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष से भी सीजीएल परीक्षा के संबंध में तथ्य के साथ स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है।

छात्र संगठनों ने लगाया पेपर लीक का आरोप

बता दें कि 21 व 22 सितंबर को आयोजित सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायत कई छात्र संगठनों ने की है। छात्रों ने कहा है कि 22 सितंबर को प्रथम पाली की परीक्षा शुरू होने के पहले ही प्रश्नों का उत्तर कई अभ्यर्थियों के पास उपलब्ध हो गया था। जीएस का पेपर, जो पहले लिया गया था, उसमें गणित, रीजनिंग व कंप्यूटर के सभी प्रश्नों को दोहराया गया था। वर्ष 2022 में पूछे गये 20 प्रश्न को बिना बदलाव किए फिर पूछा गया है। इसी प्रकार रीजनिंग का प्रश्न एसएससी सीजीएल 2019 में तथा कंप्यूटर का प्रश्न जेबीएपीएस आरआरसी 2023 से तथा पेपर एक यूपीएससी सी सेट 2019 से लगभग 120 प्रश्न पुन: पूछे गे हैं। कई जगहों पर प्रश्न पत्र के पैकेट पहले से खुले हुए मिले। छात्रों ने परीक्षा रद्द करने व सीबीआइ से जांच कराने की मांग की है।

पेपर लीक का सबूत दें

छात्रों व संगठनों के आरोप के बाद जेएसएससी के अध्यक्ष ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि पेपर लीक का सबूत दें, आरोप सही हुआ तो परीक्षा रद्द कर दी जाएगी। अध्यक्ष ने कहा था कि 639 900 अभ्यर्थियों का आवेदन वैध पाया गया था, इनमें से 304769 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा पूरी तरह से कदाचारमुक्त व शांतिपूर्वक हुई। 6.39 लाख अभ्यर्थियों के लिए 20 लाख उत्तर पुस्तिकाएं छपवाई गई थीं।

Leave a Response