माशूका ने कार में संबंध बनाने की करने लगी जिद । तो गुस्साये कर्नल ने हथौड़े से मारकर कर दी हत्या
पत्नी के दबाव के कारण कर्नल रामेंदु उपाध्याय ने गर्लफ्रेंड की हत्या की
रांची। देहरादून में लेफ्टिनेंट कर्नल ने अपनी माशूका की हथौड़े से मारकर हत्या कर दी। इस आर्मी अफसर का पिछले 3 साल से एक डांस बार में काम करने वाली लड़की से प्रेम संबंध था। पहले से शादीशुदा कर्नल से जब महिला शादी का दबाव बनाने लगी तो उसकी हत्या कर दी गई। देहरादून में हुए इस मर्डर केस ने खलबली मचा दी है। लेफ्टिनेंट कर्नल रामेंदु उपाध्याय और नेपाल की लड़की श्रेया शर्मा के बीच लव अफेयर चल रहा था। कर्नल रामेंदु उपाध्याय ने पुलिस को बताया कि श्रेया शर्मा से उसकी मुलाकात पश्चिम बंगाल में हुई थी। जहां श्रेया कर्नल को पसंद आ गई थी, इसके बाद दोनों अच्छे दोस्त बन गए और फिर दोनों एक-दूसरे को दिल दे बैठे।
लेफ्टिनेंट कर्नल पहले से शादीशुदा था
पहले से शादीशुदा होने के बावजूद कर्नल श्रेया को पत्नी की तरह रखने लगा था। लेकिन कर्नल की पत्नी को गर्लफ्रेंड की जानकारी हुई तो दोनों के बीच काफी विवाद हो गया। जिसके बाद ही लेफिटेनेट कर्नल ने अपनी गर्लफ्रेंड को मारने का प्लान बना लिया। 10 सितंबर को देहरादून जिले के सोडा सरोली ग्राम प्रधान ने स्थानीय रायपुर थाने को सूचना दी कि सिरवाल गढ़ में एक महिला का शव संदिग्ध अवस्था में पड़ा है। इस पर थानाध्यक्ष रायपुरमय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे।घटनास्थल का मुआयना करने पर महिला के माथे और सिर पर गंभीर चोट का निशान पाया। आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं था। फील्ड यूनिट की सहायता से मृतका की पहचान की कोशिश की गई।
पुलिस ने 240 वाहनों को चेक किया
डीआईजी और एसएसपी देहरादून की ओर से सोशल मीडिया के माध्यम से भी मृतका की शिनाख्त के लिए प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए गए। इसके बाद पुलिस ने महाराणा प्रताप चौक से थानो की ओर जाने वाले और थानो चौक से महाराणा प्रताप चौक की ओर आने वाले लगभग 240 वाहनों को चेक किया। वाहनों की आने-जाने के समय की तुलना करने पर 18 वाहनों के समय में संदिग्धता पाई गई।18 चौपहिया वाहनों के कड़ी मेहनत के बाद नंबर और गाड़ी मालिकों के पते हासिल किए गए और उनके पते तस्दीक किए गए। मोबाइल नंबर भी निकाले गए। पतों की तस्दीक करते हुए एक नंबर UK07-DX-5881 (KIA कार ) के मालिक रामेन्दु उपाध्याय पुत्र वाल्मिकी उपाध्याय निवासी प्रेमनगर पंडितवाड़ी जनपद देहरादून का निकला। यही नहीं, पुलिस पड़ताल में घटना के समय के दौरान रामेंदु का मोबाइल फोन स्विच ऑफ था।
11 सितंबर को सुबह रामेंदु को गिरफ्तार किया गया
इसके अलावा, घटना के दौरान महाराणा प्रताप चौक से थानो चौक तक पहुंचने में लिए गए समय में लगभग 42 मिनट के अतिरिक्त समय भी था। इन सबूतों के आधार पर पुलिस टीम ने 11 सितंबर को सुबह रामेंदु उपाध्याय को उसके प्रेमनगर पंडितवाडी स्थित घर के पास से हिरासत में ले लिया और जब पूछताछ की गई तो रामेंदु ने अपना अपराध कुबूल लिया। यही नहीं, बरामद मोबाइल फोन में मृतका के साथ रामेंदु उपाध्याय की फोटो और मोबाइल नंबर भी पाया गया। इस बात की भी पुष्टि हुई कि आरोपी रामेंदु ने 3 सितंबर को जुडियो के शोरूम से मृतका को ड्रेस दिलवाई थी। मृतका की शिनाख्त श्रेया उर्फ सुमित्रा पुत्री शिव बहादुर चौक चिसापानी जिला तनहु नेपाल के रूप में हुई।
श्रेया को बहुत शराब पिलाई गई
आरोपी ने बताया कि 9 सितंबर को श्रेया को मैं बीयर पीने के लिए राजपुर रोड स्थित एक क्लब ले गया। जहां पर रात को हमने शराब पी, मैंने उसे ज्यादा शराब पिलाई और खुद कम शराब पिया, फिर मैंने उसे लॉन्ग ड्राइव में जाने को कहा। मैंने अपनी गाड़ी में भी कुछ बीयर और शराब रख ली। इसके बाद हम लोग रात्रि को आईएसबीटी घंटाघर बल्लूपुर डोईवाला, फिर डोईवाला से वापस होते हुए महाराणा प्रताप चौक से थानो रोड की तरफ निकले। मैंने अपनी गाड़ी थानो रोड पर जंगल जाने वाले रास्ते पर लगा ली। मेरा श्रेया को जान से मारने का प्लान था, तो मैंने गाड़ी में एक हथौड़ा सीट के पीछे रख लिया था और एक टॉयलेट क्लीनर गाड़ी में रख लिया था। श्रेया अत्यधिक शराब के नशे में मुझसे गाड़ी में शारीरिक संबंध बनाने को कह रही थी और अपने कपड़े उतारने लगी।इसी दौरान मैंने अपनी कार की पिछली सीट में रखे हथौड़े को निकाल श्रेया के सिर पर ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया।
सिरपर लगातार हथौड़े से हमला किया गया
वह नशे में थी तो डिफेंस नहीं कर पाई, मैं सिरपर लगातार हथौड़े से वार करता चला गया। जब वह मर गई तो मैं गाड़ी को थोड़ा और आगे ले गया। फिर मेन रोड किनारे श्रेया की लाश फेंक दी। उसके बाद गाड़ी में रखा टॉयलेट क्लीनर निकाला और उसके मुंह पर डाल दिया। श्रेया के शव को ठिकाने लगाकर मैंने हथौड़ा थानो रोड पर सड़क किनारे फेंक दिया। उसके बाद वापस आकर गाड़ी क्लेमनटाउन स्टोर में छिपा दी। साथ ही श्रेया के सामान और पहने कपड़ों को भी गाड़ी में छिपा दिया। मैं अपनी पत्नी के पास मिलने आ रहा था और उसे बताना चाहता था कि मैंने श्रेया को वापस भेज दिया है, तब तक पुलिस ने पकड़ लिया।