रांची। राजधानी में हाई प्रोफाइल जमीन घोटाला मामले व मनी लॉन्ड्रिंग में ईडी ने न्यूक्लियस मॉल के ऑनर विष्णु अग्रवाल को अरेस्ट कर लिया गया है। रात 11.02 में विष्णु अग्रवाल के एडवोकेट विनय प्रकाश ED ऑफिस पहुंचे। अब 1 अगस्त को ED के स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। अबतक जमीन घोटाला मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तीसरे समन भेजे जाने के बाद सोमवार को विष्णु अग्रवाल 4 बजे एयरपोर्ट स्थित ईडी के क्षेत्रिय कार्यालय पहुंचे। जबकि उन्हें 10 बजे ही आना था। ईडी ने सेना जमीन जमीन, चेशायार व अन्य जमीन से जुड़े मामले में लंबी पूछताछ की। इसके बाद करीब 10. 30 बजे रात में उन्हें अरेस्ट कर लिया गया। ईडी उनसे रांची के पू्र्व डीसी छवि रंजन व प्रेम प्रकाश से रिश्ते, जमीन की खरीद-फरोख्त के अलावा फर्जीवाड़ा करने में सहयोग करने वालों की जानकारी ली। सेना की कब्जे वाली एक अन्य जमीन की भी जानकारी ली जो सिरमटोली चौक के पास है, जिसे अग्रवाल ने गलत तरीके से खरीदी थी।
150 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री में हुआ है फर्जीवाड़ा
सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच के दौरान ईडी ने रांची के अलग-अलग इलाकों के करीब 150 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री में किए गए फर्जीवाड़े का उजागर किया। इसी क्रम में ईडी चेशायर होम रोड की एक एकड़ की जमीन के अवैध तरीके से खरीद-बिक्री मामले में जमीन के खरीददार विष्णु अग्रवाल से पूछताछ शुरू की थी।
छापेमारी के बाद फर्जीवाड़ा पकड़ाया
ईडी ने गत 13 अप्रैल को रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, फर्जी रैयत प्रदीप बागची, बरियातू स्थित सेना के उपयोग वाली जमीन के खरीदार जगतबंधु टी इस्टेट के संचालक दिलीप घोष, भरत प्रसाद व राजेश राय सहित अन्य आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी में भरत प्रसाद व राजेश राय के ठिकाने से संदिग्ध दस्तावेज मिले थे, जिसकी जांच के बाद ईडी ने फर्जीवाड़ा पकड़ा था।
परिवार में किसके पास कितनी संपत्ति
ईडी ने पहले उनसे और उनके पारिवार के दूसरे सदस्यों के संपत्ति के संबंध में जानकारी मांगी थी। पूछताछ के दौरान विष्णु अग्रवाल ने खुद को बेकसूर बताया। जब ईडी ने पूछा की जमीन की कीमत आपको इतनी कम कैसे मिली तो विष्णु अग्रवाल ने इस सवाल पर चुप्पी साध ली। विष्णु अग्रवाल से रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन और उनके संबंधों पर भी सवाल किया गया। ईडी ने जालसाजी कर रांची के चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन खरीद-बिक्री मामले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल से पहले भी पूछताछ की थी।
मोबाइल से मिले थे पूर्व उपायुक्त के गोवा ट्रिप के सबूत
ईडी ने चार नवंबर 2022 को दस्तावेज में जालसाजी कर जमीन की खरीद बिक्री करने के मामले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल सहित अन्य के ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान ईडी ने कई अहम सबूत जब्त किए थे। जब्त किये गये मोबाइल से ईडी को यह सुराग मिला था कि विष्णु अग्रवाल ने छवि रंजन को गोवा की ट्रिप कराई थी। यात्रा की व्यवस्था एक ट्रैवल एजेंट के माध्यम से की गयी थी। ट्रेवल एजेंट को नकद भुगतान किया गया था. जांच में पाया गया कि इसके बदले छवि रंजन ने नामकुम अंचल के पुगड़ू मौजा में जमीन खरीद के मामले में विष्णु अग्रवाल की मदद की थी।