IND-W vs SL-W: स्मृति–शेफाली की ऐतिहासिक जोड़ी, ग्रीनफील्ड में बना 3000 रनों का वर्ल्ड रिकॉर्ड

भारतीय महिला क्रिकेट ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया कि भविष्य नहीं, बल्कि वर्तमान में ही भारत का दबदबा कायम है। श्रीलंका महिला टीम (SL-W) के खिलाफ खेले गए मुकाबले में स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा की सलामी जोड़ी ने ऐसा इतिहास रच दिया, जो अब तक कोई महिला जोड़ी नहीं कर पाई थी।
ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला गया यह मुकाबला सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि महिला टी20 क्रिकेट का स्वर्णिम अध्याय बन गया।
स्मृति–शेफाली: टी20 क्रिकेट की सबसे सफल जोड़ी
भारतीय ओपनर्स स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी साझेदारी के 3000 रन पूरे कर लिए, जो कि विश्व रिकॉर्ड है।
अब तक दुनिया की कोई भी महिला जोड़ी इस जादुई आंकड़े तक नहीं पहुंच सकी थी।
- स्मृति की क्लासिक टाइमिंग
- शेफाली की बेखौफ पावर-हिटिंग
इन दोनों का कॉम्बिनेशन आज महिला क्रिकेट का सबसे खतरनाक ओपनिंग अटैक बन चुका है।
ग्रीनफील्ड स्टेडियम में रिकॉर्ड की बरसात
इस मुकाबले में दोनों ने पहले विकेट के लिए:
- 15.2 ओवरों में 162 रन जोड़े
- यह भारत की ओर से किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी टी20 साझेदारी है
- 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाए गए 143 रनों के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा
ग्रीनफील्ड स्टेडियम इस ऐतिहासिक साझेदारी का गवाह बन गया।
विश्व स्तर पर नंबर-1 जोड़ी बनी भारत की सलामी जोड़ी
टी20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा साझेदारी रन:
| जोड़ी | देश | साझेदारी रन |
|---|---|---|
| स्मृति मंधाना – शेफाली वर्मा | भारत | 3107 |
| एलिसा हीली – बेथ मूनी | ऑस्ट्रेलिया | 2720 |
| ईशा ओझा – तीर्था सतीश | यूएई | 2579 |
इस सूची में शीर्ष पर भारत का नाम महिला क्रिकेट में बदलते युग का संकेत है।
टीम इंडिया की मजबूती का आधार
- हरमनप्रीत कौर का अनुभव और कप्तानी टीम को संतुलन देता है
- ऋचा घोष फिनिशर के तौर पर मैच पलटने की ताकत रखती हैं
- वैष्णवी शर्मा जैसी युवा गेंदबाज़ टीम को नई ऊर्जा दे रही हैं
वहीं श्रीलंका की कप्तान चमारी अट्टापट्टू के लिए भारतीय ओपनर्स की यह लय तोड़ना सबसे बड़ी चुनौती साबित हुई।
स्मृति मंधाना की तकनीक और शेफाली वर्मा की आक्रामकता ने मिलकर भारतीय महिला क्रिकेट को विश्व शिखर पर पहुँचा दिया है।
ग्रीनफील्ड स्टेडियम में बनी यह 162 रनों की साझेदारी और 3000 रनों का रिकॉर्ड हमेशा महिला क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।
भारत अब सिर्फ मुकाबले नहीं जीत रहा, रिकॉर्ड भी बना रहा है।





