
रांची। झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को सदन की कार्यवाही शोक प्रकट करने के साथ शुरू हुई। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने पिछले मानसून सत्र (1 से 4 अगस्त और 22 से 28 अगस्त, 2025) के दौरान सरकार द्वारा दिए गए आश्वासनों पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट सदन पटल पर रखी। सत्र के प्रारंभ में सदन के अध्यक्ष (स्पीकर) रबींद्रनाथ महतो ने सभापति मनोनीत किया तथा कार्यमंत्रणा समिति के गठन की घोषणा की।
सदन में रखे गए विधेयक
प्रभारी सचिव द्वारा कई महत्वपूर्ण विधेयक सदन में पेश किए गए, जिनमें शामिल हैं
- राष्ट्रपति द्वारा 1 अगस्त, 2025 को स्वीकृत ‘कारखाना झारखंड संशोधन विधेयक, 2025’।
- राज्यपाल द्वारा 1 सितंबर, 2025 को स्वीकृत ‘झारखंड विनियोग (संख्या-3) विधेयक, 2025’।
- राज्यपाल द्वारा 4 नवंबर, 2025 को स्वीकृत ‘झारखंड सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (विशेष छूट) विधेयक, 2025’।
- राज्यपाल द्वारा 11 नवंबर, 2025 को स्वीकृत ‘झारखंड व्यावसायिक शिक्षण संस्थान शुल्क विनियमन विधेयक, 2025’।
आगे की कार्यसूची
इस पांच दिवसीय सत्र में सरकार द्वारा सोमवार, 8 दिसंबर को द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। सत्र के दौरान कई अन्य महत्वपूर्ण विधेयक लाए जाने की भी संभावना है।
विपक्ष की तैयारी
विपक्ष ने सत्र में सरकार पर बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर जोरदार हमला बोलने की योजना बनाई है। हालांकि, 4 दिसंबर को हुई सर्वदलीय बैठक में स्पीकर महतो ने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने और समय का अधिकतम सदुपयोग करने की अपील की थी, ताकि जनहित के मुद्दों पर व्यापक चर्चा हो सके।





