

रांची। भारत ने गुरुवार (24 अप्रैल, 2025) को पाकिस्तान को औपचारिक रूप से सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने के अपने फैसले से अवगत कराया। भारत ने यह कदम इस आधार पर उठाया कि पाकिस्तान ने संधि की शर्तों का उल्लंघन किया है। भारत के जल संसाधन सचिव देबाश्री मुखर्जी ने पाकिस्तानी समकक्ष सैयद अली मुर्तजा को भेजे पत्र में इस निर्णय का विस्तार से उल्लेख किया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भारत ने पत्र में स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर को लक्षित कर पाकिस्तान की ओर से जारी सीमापार आतंकवाद ने सिंधु जल संधि के तहत भारत के अधिकारों को प्रभावित किया है। पत्र में कहा गया, “पाकिस्तान द्वारा सीमापार आतंकवाद को निरंतर बढ़ावा दिए जाने के कारण उत्पन्न सुरक्षा चुनौतियों ने भारत की संधि-प्रदत्त अधिकारों का पूर्ण उपयोग करने की क्षमता को बाधित किया है।” इसमें यह भी जोड़ा गया कि ऐसी परिस्थितियों में संधि को जारी रखना भारत के हितों के विपरीत है। बता दें कि आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए हैं। जिनमें से एक फैसला ये है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ‘सिंधु जल समझौते’ को रोक दिया गया है। 23 अप्रैल की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट की मीटिंग में सभी बड़े नेताओं के बीच ये फैसला लिया गया था।