अंजुमन विवाद का असली जड़ अंजुमन हॉस्पिटल | 22 लाख से ज्यादा का घोटाला | महासचिव तारिक ऑडिट कराने नहीं देते

अंजुमन इस्लामिया रांची के अध्यक्ष से NEWS BOX BHARAT की खास बातचीत

कल जनरल बॉडी की बैठक में मेरे ऊपर लगे सारे आरोपों का जवाब दे दूंगा: मुख्तार
रांची। भारत व पाकिस्तान के विवाद की तरह अंजुमन इस्लामिया रांची का विवाद चल रहा है। अध्यक्ष मुख्तार अहमद व महासचिव तारिक हुसैन एक दूसरे पर नियम-कानून तोड़ने व घपला-घोटाले करने का आरोप लगा रहे हैं। शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर तारिक ने अध्यक्ष पर पैसा में हेरा-फेरी करने का आरोप लगाए तो अध्यक्ष मुख्तार ने कहा कि सारा विवाद का जड़ अंजुमन अस्पताल है। जब से तारिक को यहां से हटाया गया है, वो हर दिन नया-नया विवाद खड़ा कर लोगों व अंजुमन को उलझाने का काम कर रहे हैं। NEWS BOX BHARAT से खास बातचीत में अध्यक्ष मुख्तार ने कहा कि अक्टूबर 2022 में अंजुमन अस्पताल में एक अंतरिम कमेटी का गठन किया गया था। ताकि सुचारु रूप से लेखा-जोखा का काम हो सके। यह कमेटी इसलिए बनाई गई थी, क्योंकि अंजुमन के पूर्व सदर अबरार अहमद ने इंडियन बैंक में स्टॉप पेमेंट करवा दिया था। पैसा का लेन-देन नहीं होने के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
2018-22 तक का ऑडिट अबतक नहीं हुआ
मुख्तार ने कहा कि अंजुमन अस्पताल को सुचारु रूप से चलाने के लिए एक अंतरिम कमेटी बनाया गया। यहां भी तारिक ने गलत तरीके से 17 लोगों को कमेटी में शामिल कर लिया। नियमत: 14 लोगों को ही कमेटी में शामिल करना था। फिर मैने अंजुमन का ऑडिट कराने को लेकर कई बार तारिक से बातचीत की, लेकिन वो कभी इसपर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद एक fact finding committe for audit को लेकर तीन सदस्यीय कमेटी बनाया गया। इसमें ऑडिटर, लॉयर व सोशल वर्कर को शामिल किया गया। इनके जिम्मे अंजुमन अस्पताल का 2018-22 तक का ऑडिट कराना था। लेकिन तारिक ने ऑडिट करने नहीं दिया। जब भी ऑडिटर कार्यालय आते थे उसे भगा दिया जाता था। हर बार तारिक ने नया-नया पेंच डालकर विवाद खड़ा कर ऑडिट करने नहीं दिया। मुख्तार ने कहा कि पुराने कमेटी के घपले-घोटाले को तारिक बचाने डचाह रहे या फिर इस घोटाले में वो खुद शामिल हैं। इसलिए अंजुमन अस्पताल का ऑडिट कराने नहीं दे रहे।
घोटाला का उजागर के लिए ही ऑडिट कराना था
मुख्तार ने कहा कि ऑडिटर ने मुझे बताया कि अस्पताल में मिस यूज ऑफ फंड हुआ है। लगभग 22.5 लाख का घपला-घोटाला हुआ है। साथ ही अंतरिम कमेटी से एक सदस्य ने बिना किसी को जानकारी दिए 4 लाख 14 हजार रुपए निकाल लिए। इसकी जानकारी न कमेटी को दिए न ही अध्यक्ष को। जब इसकी जानकारी मुझे मिली तो मैने उसे पूछा कि पैसा क्यों निकाला गया है। तब उसने कहा कि मैं पूरा पैसा वापस कर दूंगा। अभी एक लाख से ज्यादा का पैसा उसने रिटर्न कर दिया है। बाकि का पैसा जल्द देने की बात कही है। इसके बाद जनरल बॉडी ने अंतरिम कमेटी को हटाकर नया कमेटी का गठन अक्टूबर 2023 में कर दिया गया। कमेटी से हटने के बाद से ही तारिक रोज नया-नया ड्रामा कर रहे व लोगों को उलझाने का काम कर रहे। कुछ लोगों के साथ मिलकर अंजुमन के महासचिव गुटबंदी किए हुए है, सारे लोगों को यह बात अब समझ आने लगी है।
29 को मुन्तजमा की बैठक में वोटर्स को सारी जानकारी मिल जाएगी
अध्यक्ष मुख्तार ने कहा कि 29 को डोरंडा उर्स मैदान में होने वाली मुन्तजमा (जनरल बॉडी) की बैठक में अंजुमन के सारे वोटर्स को जानकारी मिल जाएगी कि कौन गलत है व कौन सही। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर जो तारिक ने पैसे के घोटाले के आरोप लगाए हैं उसकी भी जानकारी बैठक में दे देंगे। साथ ही कहा कि मैने 2014 में अंजुमन में आया आैर तारिक मुझपर 12 साल से घोटाले का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि न मैं चेक रखता हूं, न पासबुक, न मीटिंग की रजिस्टर आैर न ही अन्य कागजात तो घोटाला कैसे हो सकता है। सारा कागजात तारिक खुद अपने पास रखते हैं। मुख्तार ने कहा कि 13 माह में पहली बार जनरल बॉडी की मीटिंग हो रही है। मुझे 50 से ज्यादा वोटर्स ने बैठक कराने को लेकर आवेदन दिए, इसलिए मुन्तजमा की बैठक बुलाई गई है।