संविधान बचाओ : 6 मई को रांची में कांग्रेस की ऐतिहासिक रैली | आंबेडकर के विरासत की रक्षा का संकल्प


रांची। झारखंड प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष गुंजन सिंह ने रविवार को रांची के कांग्रेस भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर 6 मई को रांची में होने वाली “संविधान बचाओ” रैली की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक संकल्प है जिसके तहत कांग्रेस डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी। गुंजन सिंह ने जोर देकर कहा, “संविधान कागजों तक सीमित नहीं है। यह हमारी पहचान और सुरक्षा का आधार है। अगर संविधान नहीं रहा, तो सामाजिक न्याय और हमारे अधिकारों का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। यही हमें बोलने, जीने और देशहित में कार्य करने की आजादी देता है।”
गुंजन सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा 5 मई को रांची पहुंचेंगी और इस रैली में महिलाओं के अधिकारों को मजबूती से उठाएंगी। गुंजन ने कहा कि राज्यभर से बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता इस आयोजन में शामिल होंगी। साथ ही, उन्होंने पहलगाम हादसे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी को लेकर आपत्ति जताई: “पहलगाम त्रासदी के पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना तक नहीं दिखाई गई। प्रधानमंत्री का ध्यान सिर्फ चुनावी रैलियों में है, जबकि संविधान और देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है।”
लोकतंत्र की नींव बचाने का आंदोलन
2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी यशस्विनी सहाय ने कहा कि यह रैली “लोकतंत्र की नींव बचाने का आंदोलन” है। उन्होंने आरोप लगाया, “केंद्र सरकार संविधान की मूल भावना को कमजोर करने वाले कानून बना रही है। अनुच्छेद 32, जिसे संविधान की आत्मा कहा गया है, को जानबूझकर निष्क्रिय किया जा रहा है। न्याय पाने के अधिकार पर हमला हो रहा है, और कांग्रेस इसे रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।” इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पिंकी सिंह, पार्वती सिंह, नीतू देवी, शाहनाज खातून, सीमा साहू और अनिता सहाय जैसी नेत्रियों ने भी हिस्सा लिया। कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि यह रैली संवैधानिक मूल्यों के लिए जनजागरण का एक बड़ा मंच साबित होगी।