जनता दल ने इससे पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों के साथ गठबंधन कर चुकी है
रांची। कर्नाटक की जनता दल ने भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया है। जेडीएस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि जेडीएस भाजपा के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी। बता दें कि हाल ही में देवगौड़ा ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा चल रही है।कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बसवराज बोम्मई ने कहा था कि गठबंधन की बातचीत भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं और देवगौड़ा के बीच चल रही है और इसी आधार पर आगे का फैसला लिया जाएगा। कर्नाटक में JD(S) किंगमेकर की भूमिका में रही है और इससे पहले भाजपा और कांग्रेस दोनों के साथ गठबंधन कर चुकी है। 2004 के चुनावों में JD(S) को 58 सीटें मिलीं और उसने 65 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई। हालांकि, 2 साल बाद ही एचडी कुमारस्वामी भाजपा के साथ आ गए। 2018 में कांग्रेस और JD(S) ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा और कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने। 2019 लोकसभा चुनाव भी दोनों ने साथ लड़ा था।
लक्ष्य कांग्रेस को हराना है: कुमारस्वामी
वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक में बीजेपी-जेडीएस गठबंधन की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य कांग्रेस को हराना है। 2024 में यह गठबंधन किसी भी राज्य का सबसे मजबूत गठबंधन होगा। कुमारस्वामी ने कहा कि शुरुआती स्तर की बातचीत शुरू हो गई है और वह सीट बंटवारे से जुड़े मुद्दों को सुलझा लेंगे
1999 में देवगौड़ ने पार्टी बनाई थी
1999 में देवगौड़ा ने JD(S) की स्थापना की थी। पार्टी की कर्नाटक के वोक्कालिगा समुदाय में बड़ी पैठ मानी जाती है और दक्षिण कर्नाटक को पार्टी का गढ़ माना जाता है। ओल्ड मैसूर के इलाके में पार्टी अच्छा प्रदर्शन करती आई है।JDS ऐसी पार्टी है, जिसके नेता एचडी कुमारस्वामी 2 बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बन चुके हैं, लेकिन पार्टी ने आज तक किसी भी चुनाव में राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारे।