

रांची। 22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के उपर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। खुद पाकिस्तान बोल रहा है कि भारत 36 घंटे के अंदर उसके उपर सैन्य कार्रवाई कर सकता है और उसे इसकी पुख्ता खुफिया जानकारी मिली है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने मंगलवार, 29 अप्रैल की देर रात कहा कि “विश्वसनीय खुफिया” रिपोर्टों से संकेत मिल रहा है कि तनाव के बीच भारत अगले 24 से 36 घंटों में पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने की योजना बना रहा है। बुधवार की सुबह एक सोशल मीडिया पोस्ट में, अताउल्लाह तरार ने भारत पर पिछले हफ्ते पहलगाम में हुए हमले का इस्तेमाल पाकिस्तान पर संभावित हमला करने के लिए “झूठे बहाने” के रूप में करने का आरोप लगाया, जिसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। तरार ने एक्स पर पोस्ट में कहा, “किसी भी आक्रामक कार्रवाई का निर्णायक जवाब दिया जाएगा। क्षेत्र में किसी भी गंभीर परिणाम के लिए भारत पूरी तरह जिम्मेदार होगा,”।
दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने भी सोमवार को रॉयटर्स समाचार एजेंसी को बताया कि भारत द्वारा सैन्य घुसपैठ “आसन्न” है। आसिफ ने कहा कि इस्लामाबाद हाई अलर्ट पर है। लेकिन वह अपने परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी करेगा जब हमारे अस्तित्व को सीधा खतरा होगा। भारत द्वारा 22 अप्रैल को पहलगाम के पहाड़ी रिसॉर्ट में हुए हमले में पाकिस्तानी तत्वों के शामिल होने की बात कहने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। यह पिछले दो दशकों में भारतीय प्रशासित कश्मीर में पर्यटकों पर हुआ सबसे घातक हमला था और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमलावरों को पकड़ने का वादा किया है।
निष्पक्ष जांच की मांग
द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के नाम से जारी एक बयान में, जिसे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का एक अंग माना जाता है, हमले की जिम्मेदारी ली गई है। लेकिन इस्लामाबाद ने इस घटना में किसी भी तरह की भूमिका से इनकार किया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। हमले के बाद, दोनों पड़ोसियों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए, जिसमें वीजा रद्द करना और भारतीय एयरलाइनों के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को बंद करना शामिल है। भारत ने सिंधु जल संधि में अपनी भागीदारी को भी निलंबित कर दिया, जो दोनों देशों के बीच सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों से जल-बंटवारे को नियंत्रित करती है। इस कदम से पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं और पाकिस्तानी सरकार ने कहा है कि वह नई दिल्ली के फैसले पर कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
आज CCS की बैठक
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल की पहली बैठक आज बुधवार (30 अप्रैल) को होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज सुबह 11 बजे बैठक बुलाई गई है। इसके साथ साथ आज सुरक्षा मामलों की समिति CCS की भी बैठक होगी। पिछले सप्ताह केंद्रीय मंत्रिमंडल की कोई बैठक नहीं हुई और केवल सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक 23 अप्रैल को हुई थी, जिसमें पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की गई थी। सीसीएस की बैठक के बाद भारत ने पिछले बुधवार को पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम करने समेत कई कदमों की घोषणा की थी। बीते दिन यानी मंगलवार (29 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी। उन्होंने आतंकवाद पर ‘करारा प्रहार’ करने के लिए सेना को खुली छूट दे दी है। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान के साथ ही सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुख भी मौजूद थे।