

रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर 9 मई 2025 को राज्यभर में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा जनगणना में अलग “सरना धर्म कोड” की मांग को लेकर एक दिवसीय विशाल धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इसी क्रम में बुधवार, 7 मई को रांची में झामुमो के जिला संयोजक प्रमुख मुश्ताक आलम की अध्यक्षता में एक तैयारी बैठक आयोजित की गई। बैठक में 9 मई को जिला मुख्यालय में होने वाले प्रदर्शन की रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई और इसे सफल बनाने के लिए सर्वसम्मति से कार्ययोजना तैयार की गई।
सरना कोड के बिना जनगणना स्वीकार नहीं
बैठक को संबोधित करते हुए झामुमो नेता मुश्ताक आलम ने स्पष्ट किया कि “आदिवासी समाज की धार्मिक पहचान ‘सरना धर्म कोड’ को जनगणना में शामिल किए बिना यदि जातीय जनगणना की गई, तो झामुमो इसका पुरजोर विरोध करेगा।” उन्होंने बताया कि 9 मई को सभी जिला मुख्यालयों में डीएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन होगा, जिसमें पार्टी के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
बैठक में ये रहे मुख्य उपस्थित
इस मौके पर राज्यसभा सांसद डॉ. महुआ माजी (केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य), मनोज कुमार पांडेय (केंद्रीय प्रवक्ता), तमाड़ विधायक विकास सिंह मुंडा, अश्विनी शर्मा (जिला संयोजक मंडली सदस्य), डॉ. हेमलाल मेहता, बीरू तिर्की, जयवंत तिग्गा, नयनतारा उरांव, झब्बूलाल महतो, सोनू मुंडा सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। पूर्व नेताओं में समनूर मंसूरी, कलाम आजाद, तालकेश्वर महतो, प्रदीप मिर्धा, संजय राय, महादेव मुंडा, और साहिल यादव भी मौजूद रहे। बैठक के अंत में सभी ने प्रदर्शन को ऐतिहासिक बनाने का संकल्प व्यक्त किया।