

रांची। बिरसा मुंडा जेल में सितंबर महीने में कांके निवासी रहमतुल्लाह अंसारी की मृत्यु की घटना की जांच करने झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग की टीम गुरुवार को जेल पहुंची। आयोग के उपाध्यक्ष शमशेर आलम के नेतृत्व में टीम ने जेल अधीक्षक व जेलर से रहमतुल्लाह अंसारी की मृत्यु की घटना की पूरी जानकारी हासिल की। इस दौरान शमशेर आलम ने दोनों अधिकारियों से कई सवाल मृत्यु को लेकर किए। जिस वार्ड में रहमतुल्लाह अंसारी (नंबर-6) की गला रेतने की आशंका परिवार के लोगों ने लगाई थी उस वार्ड/कमरे का भी निरिक्षण किया गया। साथ ही रहमतुल्लाह के वार्ड मे रह रहे कैदियों से भी पूछताछ की गई। साथ ही घटना के दिन की CCTV फुटेज को भी देखा। इस दौरान कई कागजात को आयोग की टीम ने देखा। 2 घंटे तक आयोग की टीम ने रहमतुल्लाह अंसारी के मृत्यु के हर पहलू को समझा। उपाध्यक्ष शमशेर आलम ने जेल प्रशासन को सख्त निर्देश देते हुए कहा की भविष्य में इस तरह की घटना नही होनी चाहिए। जहां पर कैदी रह्ते हैं वहां किसी भी प्रकार का हथियार/ धारदार वस्तु ना हो, इसकी पूरी ईमानदारी से जेलर खयाल रखें। इस मौके पर आयोग के उपाध्यक्ष ज्योती सिंह मथारु व सदस्य वारिश कुरेशी शामिल थे।
क्या था मामला
बता दें कि बिरसा मुंडा जेल में वाहन चोरी के मामले में जेल गए रहमतुल्लाह की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। जेल प्रशासन का दावा था कि बंदी ने खुद अपना गला रेत लिया है, जबकि रहमतुल्लाह के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए रिम्स अस्पताल में हंगामा किया था। जेल प्रशासन ने कहा था कि बंदी ने खुद अपना गला काट लिया, जबकि उसके परिजनों का आरोप था कि किसी ने जेल के अंदर बंदी की गलाकाट कर हत्या कर दी थी।