भरूच में मासूम से की हैवानियत : अपहरण के बाद किया रेप | झारखंड के 36 वर्षीय आरोपी गिरफ्तार | मंत्री दीपिका पांडे ने पीड़ित बच्ची व उसके परिवार से मुलाकात की
आरोपी झारखंड के डालटनगंज का रहने वाला है
रांची। गुजरात के भरूच जिले के एक औद्योगिक क्षेत्र में सोमवार को 11 वर्षीय एक बच्ची को उसके घर के पास से अगवा कर उससे दुष्कर्म करने के आरोप में एक मजदूर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को झारखंड के मूल निवासी 36 वर्षीय आरोपी गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी पीड़ित बच्ची के पड़ोस में रहता था। बच्ची के पिता जिस फैक्टरी में काम करते थे आरोपी भी उनके साथ वहीं काम करता था। अधिकारी ने बताया कि यौन उत्पीड़न के कारण बच्ची को गंभीर आंतरिक चोटें आईं और सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे वडोदरा के एसएसजी अस्पताल स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि जिस दौरान आरोपी ने बच्ची को अगवा किया उस दौरान वह अपने घर के पास खेल रही थी। आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। बच्ची ने मदद के लिए शोर मचाया, जिसके बाद बच्ची की मां घटनास्थल पर पहुंची। बच्ची का एसएसजी अस्पताल में इलाज हो रहा है और उसकी हालत स्थिर है। आरोपी झारखंड के डालटनगंज के विश्रामपुर थाना क्षेत्र के लालगढ़ विहार का रहने वाला है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने कुछ संदिग्धों से पूछताछ की और अंततः आरोपी तक पहुंच गई, जिसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। अधिकारी ने कहा कि वह बच्ची के पिता को जानता है, क्योंकि वे दोनों एक ही फैक्टरी में मजदूर के तौर पर काम करते हैं। आरोपी शादीशुदा है और उसके 2 बच्चे हैं। उसे बलात्कार, अपहरण और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।
आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही हो : दीपिका पांडे
गुजरात के भरूच में झारखंड के एक श्रमिक की नौ साल की बच्ची के साथ बेहद विभत्स घटना को अंजाम दिया गया है। मामले की जानकारी मिलते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय हेमंत सोरेन के निर्देश पर मेरे साथ एडीजी सुमन गुप्ता (आईपीएस) और निदेशक समाज कल्याण किरण पासी (आईएएस) के साथ तीन सदस्यों की टीम ने पीड़ित बच्ची और उसके परिवार से मुलाकात की है। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्ची को सही इलाज और सहायता मिले। गुजरात सरकार से हमने मांग की है आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही हो और ये पूरा मामला फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में जाए। सरकार पीड़ित परिवार को हर संभव मदद पहुंचाए ताकि उन्हें इंसाफ मिल सके। इस पूरे घटनाक्रम के संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ भी बातचीत की गई है और गुजरात में काम करने वाले झारखंड के श्रमिकों और उनके परिवार की सुरक्षा की मांग भी सरकार के सामने रखी गई है।