

रांची। हजारीबाग जिले में पिछले मंगलवार (25 मार्च 2025) को रामनवमी के मंगला जुलूस के दौरान हुई पत्थरबाजी, हंगामे, तोड़फोड़ की घटनाओं के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। सदर थाना क्षेत्र में मजिस्ट्रेट के आवेदन पर 30 नामजद और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में बताया गया है कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने दो राउंड फायरिंग की। इस घटना में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, जवान और आम नागरिक शामिल हैं। इस विवाद का केंद्र पंच मंदिर चौक के निकट अशोक चौक को बताया जा रहा है। मंगला जुलूस के दौरान ग्वालटोली चौक से गुजर रहे जुलूस पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अशोक चौक पर रात करीब 10 बजे आपत्तिजनक गाना बजाया। इसके बाद हिंसा भड़क उठी। घटनाओं के बाद मस्जिद रोड समेत आसपास के इलाकों को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। जुलूस मार्ग पर पड़ने वाले सभी घरों की तलाशी लेने का निर्णय लिया गया है। साथ ही, ड्रोन के माध्यम से जुलूस मार्ग की निगरानी करने और किसी भी घर या छत से पत्थर या अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर तत्काल एफआईआर दर्ज करके दोषियों को जेल भेजने की योजना बनाई गई है।
शांति समिति की बैठक और चेतावनी
सदर थाना क्षेत्र में शांति समिति और सद्भावना बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला प्रशासन ने दोनों पक्षों को स्पष्ट चेतावनी दी कि कानून व्यवस्था भंग करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। बैठक में दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और शांति बनाए रखने के लिए कई सुझाव भी साझा किए गए। गौरतलब है कि 30 नामजद अभियुक्तों में दोनों समुदायों के लोग शामिल हैं। प्रशासन का कहना है कि हिंसा पर अंकुश लगाने और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।