30 सितंबर को राष्ट्रीय पोषण समापन समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार | केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी व मंत्री बेबी देवी शामिल होंगी
रांची। 7वें राष्ट्रीय पोषण माह 2024 का समापन समारोह 30 सितंबर 2024 को डोरंडा जैप-1 शौर्य सभागर में होगा। इसमें झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, झारखंड सरकार की डब्ल्यूसीडी एंड एसएस मंत्री बेबी देवी, केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ शामिल होंगे। सातवां राष्ट्रीय पोषण माह (1-30 सितंबर 2024) बेहतर प्रशासन के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग के साथ-साथ एनीमिया, विकास संबंधी निगरानी, पूरक आहार और ‘पोषण भी पढाई भी’ पर केन्द्रित रहा। महीने भर चलने वाले इस अभियान में ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के माध्यम से ‘पर्यावरणीय स्थिरता’ पर भी जोर दिया गया, जिसमें सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में वृक्षारोपण को प्रोत्साहित किया गया। अब तक विभिन्न राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों द्वारा इस पोषण माह के दौरान लगभग 12 करोड़ गतिविधियां आयोजित की गई हैं। वर्ष 2018 में देश का पहला पोषण-केन्द्रित जन-आंदोलन शुरू होने के बाद से विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के साथ तालमेल हमेशा इन जन-आंदोलनों के मूल में रहा है, क्योंकि इससे विविध प्रकार, विशेषकर जमीनी स्तर के लोगों साथ संपर्क स्थापित करने में मदद मिलती है।
आंगनवाड़ी केंद्रों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया जाएगा
‘सक्षम आंगनबाड़ियों’ को बेहतर पोषण, प्रारंभिक बचपन की देखभाल एवं शिक्षा (ईसीसीई) सुलभ कराने के उद्देश्य से मजबूत, उन्नत और पुनर्जीवित किया गया है। एक सक्षम आंगनवाड़ी केन्द्र की कुछ खास विशेषताओं में एलईडी स्क्रीन, स्वच्छ पेयजल के लिए जल निस्पंदन प्रणाली; प्रारंभिक बचपन की देखभाल एवं शिक्षा (ईसीसीई) के लिए सामग्री, बाला (बिल्डिंग एज लर्निंग ऐड) पेंटिंग; और विविध खाद्य पौधों एवं जड़ी-बूटियों को सुलभ कराने तथा कुपोषण से लड़ने के मिशन में मदद करने वाली पोषण वाटिका सहित उन्नत बुनियादी ढांचा शामिल हैं। पोषण माह के समापन समारोह के दौरान देश भर में स्थित 11 हजार से अधिक सक्षम आंगनवाड़ी केन्द्रों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन भी किया जाएगा।
एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी
कार्यक्रम स्थल पर झारखंड राज्य सरकार द्वारा मिशन पोषण 2.0 के विभिन्न पहलुओं को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। पोषण माह 2024 का समापन कार्यक्रम एक स्वस्थ एवं सुपोषित भारत की दिशा में सामूहिक प्रयासों का उत्सव मनाएगा। यह न केवल सभी भाग लेने वाले राज्यों के समर्पण को मान्यता देगा, बल्कि सक्षम आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से लाभार्थियों एवं समुदायों की बढ़ी हुई भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए निरंतर जन-आंदोलनों के माध्यम से जमीनी स्तर के आंदोलनों को मजबूत करने में विभिन्न हितधारकों के सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित करेगा।