रांची। सीएम हेमंत सोरेन से गुरुवार को ईडी पूछताछ करने वाली थी। लेकिन 2. 05 बजे सीएम ऑफिस का कर्मचारी एक चिट्ठी लेकर ED ऑफिस पहुंच गया। वहीँ, सीएम हेमंत सोरेन सचिवालय पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री के आने का सस्पेंस उसे वक्त खत्म हो गया, जब मुख्यमंत्री की जगह सचिवालय कर्मी सील बंद लिफाफे में एक चिट्ठी लेकर इडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचा। ED के रांची कार्यालय में जमीन घोटाले मामले से जुड़े सवाल पूछे जाने थे, लेकिन सीएम हेमंत सोरेन ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे। सीएम के आने को लेकर ईडी दफ्तर के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात किया गया था। इस मामले में सीएम हेमंत को 14 अगस्त को भी ईडी कार्यालय में पेश होना था, लेकिन व्यस्तता के कारण सीएम पेश नहीं हुए थे। जिसके बाद एक बार फिर समन जारी कर 24 अगस्त को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। मिली जानकारी के अनुसार सीएम सोरेन इस मामले में लगातार विधि-विशेषज्ञों से राय ले रहे थे। 14 अगस्त को जब उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था, तब उन्होंने कड़ा एतराज जताया था। उन्होंने इडी को पत्र भेजकर कहा था कि केंद्रीय एजेंसी पिछले एक वर्ष से उन्हें इसलिए परेशान कर रही है कि उनकी सरकार केंद्र सरकार के साथ नहीं है। सोरेन ने इडी से अविलंब समन वापस लेने का आग्रह किया था। ऐसा नहीं करने पर उन्होंने कानूनी सहारा लेने की बात भी कही थी। सोरेन के इस पत्र के बाद इडी द्वारा दूसरा समन भेजकर 24 अगस्त को उन्हें बुलाया गया था। इस मामले पर सियासत भी लगातार जारी है, JMM ने ED के समन को गलत बताया है और केंद्र पर सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। वहीं, बीजेपी ने सीएम सोरेन पर ED की पूछताछ में सहयोग न करने का आरोप लगाया है।
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