तेजस्वी की चार्जशीट पर अब 21 सितंबर को सुनवाई
रांची। लैंड फॉर जॉब स्कैम में सीबीआई को गृह मंत्रालय से लालू यादव के खिलाफ केस चलाने की अनुमति मिल गई है। सीबीआई ने यह जानकारी राउज एवेन्यू कोर्ट को दी। हालांकि, इस मामले में आरोपी तीन अधिकारियों पर केस चलाने की अनुमति सरकार से नहीं मिली है। सीबीआई ने इस मामले में 3 जुलाई को सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में पहली बार तेजस्वी यादव का नाम आया था। सीबीआई ने लालू यादव, राबड़ी देवी समेत इस मामले में 16 लोगों को आरोपी बनाया है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर CBI की ओर से दायर चार्जशीट पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई टल गई है। 21 सितंबर को सुनवाई की अगली तारीख तय की गई है। लैंड फॉर जॉब्स मामले में यह नया केस है। पुराने केस में पहले ही राजद सुप्रीमो लालू यादव, बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी और बेटी और सांसद मीसा भारती जमानत पर हैं। नए केस में भी लालू और राबड़ी को आरोपी बनाया गया है।
सीबीआई ने तेजस्वी यादव से दिल्ली में 11 अप्रैल को पूछताछ की थी
लैंड फॉर जॉब्स केस में सीबीआई ने तेजस्वी यादव से दिल्ली में 11 अप्रैल को 8 घंटे पूछताछ की गई थी। CBI ने तेजस्वी से दो शिफ्ट में करीब आठ घंटे तक अलग-अलग सवालों के जवाब पूछे थे। तेजस्वी CBI के समन को रद्द करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट भी पहुंचे थे। कोर्ट ने डिप्टी CM की CBI के समन को रद्द करने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। तब CBI ने कोर्ट में कहा कि था कि फिलहाल तेजस्वी यादव को गिरफ्तार नहीं करना है। इस दौरान CBI ने तेजस्वी यादव से कुछ दस्तावेज दिखाकर उसकी पुष्टि भी की थी। तब पूछताछ के बाद तेजस्वी ने कहा था कि जब भी जांच हुई है, हमने सहयोग किया है और जो सवाल किए गए उसके हमने जवाब दिए।
600 करोड़ रुपए का है लैंड फॉर जॉब्स घोटाला
लैंड फॉर जॉब्स केस में ED ने कहा था कि यह 600 करोड़ का घोटाला है। जांच में पता चला है कि 350 करोड़ रुपए के प्लॉट और 250 करोड़ रुपए लेनदेन हुए हैं। इस मामले में 24 जगह छापे मारे गए हैं। इनमें एक करोड़ कैश मिले हैं। रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप डी की भर्ती में 50% कैंडिडेट्स की भर्ती लालू परिवार के चुनावी क्षेत्रों से हुई है।