रांची। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि बाबरी मस्जिद को विध्वंस कर भाजपा को वोट बैंक जमा करना था जो आज भी कर रहा है। अगर विध्वंस नहीं भी होता तो मंदिर वहीं बनती। लेकिन भाजपा को तो देश में हेक्टिक करना था। उन्होंने कहा मैने तीन सरकारों में अकेला नेगोशिएशन किया था, यहां तक की पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी ने कहा था कि आप ही करो क्योंकि सबने कहा कि आप सब जानते हो। नरसिम्हा राव, वीपी सिंह व चंद्रशेखर की सरकार के दौरान आैर हम इतना समझौता में आए थे कि 8 अक्टूबर को हमारी बैठक चल रही थी। लेकिन दिल्ली में धर्म संसद के नाम पर बैठक रखा व 6 दिसंबर 1992 का डेट घोषित कर दिया की हमलोग वहां जाएंगे। हमारी मीटिंग इसके बाद कोलैप्स हो गया। सुबोधकांत ने कहा कि विध्वंस नहीं भी हुआ होता तो मंदिर वहीं बनता। समझौता दोनों तरफ से बहुत ही अच्छा चल रहा था, अंसारी जमीन भी देने को तैयार था। लेकिन भाजपा को तो मंदिर के नाम पर वोट बैंक बटोरना था, जो आज भी वो कर रहा है। सुबोधकांत ने कहा कि राहुल गाधी की न्याय यात्रा एक नया अध्याय लिखेगा। आजाद शत्रु की तरह राहुल गांधी निकल पड़े हैं। हर जगह उनका जोरदार स्वागत किया जा रहा है। मुद्दो की बात लोगों तक ले कर जा रहे हैं। इस यात्रा से सिर्फ कांग्रेस को ही नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन को भी बहुत फायदा मिलेगा।
add a comment