अमेरिका में अडानी पर अरबों की धोखाघड़ी व रिश्वत के लगे आरोप : अडानी 2000 करोड़ का घोटाला करके बाहर घूम रहे हैं : राहुल गांधी
अडानी ने भ्रष्टाचार कर के हिंदुस्तान में संपत्ति हासिल की है
रांची। अमेरिका की फेडरल कोर्ट में हुई सुनवाई में गौतम अड़ानी के अलावा 8 लोगों पर अरबों की धोखाघड़ी व रिश्वत के आरोप लगे हैं। इस आरोप के बाद कांग्रेस के सांसद व लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेस कर अडानी पर कई गंभीर आरोप लगाए। इसके अलावा राहुल गांधी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अडानी को बचाने का आरोप भी लगाए हैं। बता दें कि बुधवार को न्यूयॉर्क में दायर किया गया आपराधिक मामला में भारत के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक 62 साल के गौतम अड़ानी के लिए एक बड़ा झटका है। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी का मानना है कि अड़ानी ने भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मीलियन डॉलर (करीब 2200 करोड़) की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे हैं। यह मामला अड़ानी ग्रुप की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड व एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ है। 24 अक्टूबर 2024 को यह मामला अमेरिका कोर्ट में दर्ज किया गया था। जिसकी सुनवाई बुधवार को हुई। अडानी के अलावा शामिल 7 अन्य लोगों में सागर अडवानी, निनीत एस जैन, रंजीत गुप्ता, साइरिल कैबेनिस, सौरभ अग्रवाल, दीपक मल्होत्रा व रूपेश अग्रवाल है। अडानी का व्यापारिक साम्राज्य बंदरगाहों और हवाई अड्डों से लेकर ऊर्जा सेक्टर तक फैला हुआ है।
अडानी की रक्षा करते हैं मोदी
राहुल गांधी ने कहा कि अडानी ने 2000 करोड़ का घोटाला किया है। लेकिन अडानी न तो गिरफ्तार किया जाएगा और न ही कोई जांच होगी। क्योंकि अडानी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुड़े हुए हैं। उन्होंने सवाल किया कि अडानी जेल के बाहर क्यों हैं? जवाब है: क्योंकि नरेंद्र मोदी, अडानी के कंट्रोल में हैं। नेता विपक्ष होने के कारण इस मुद्दे को उठाना मेरी जिम्मेदारी है। अडानी ने भ्रष्टाचार कर के हिंदुस्तान में संपत्ति हासिल की है। इसलिए हम JPC की मांग दोहराते रहेंगे। हम चाहते हैं कि अडानी को अरेस्ट किया जाए। लेकिन हमें पता है कि इन्हें अरेस्ट नहीं किया जाएगा, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी, अडानी की रक्षा कर रहे हैं। हम इनके पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करेंगे और आपको बताएंगे कि वे कौन से लोग हैं, जिन्होंने हिंदुस्तान को हाईजैक किया हुआ है।
मोदी और अडानी एक हैं तो सेफ हैं
राहुल ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी ने नारा दिया है…एक हैं तो सेफ़ हैं, भारत में नरेंद्र मोदी और अडानी एक हैं तो सेफ़ हैं। हिंदुस्तान में अडानी का कुछ नहीं किया जा सकता है। यहां मुख्यमंत्री को जेल भेज दिया जाता है और अडानी 2000 करोड़ का घोटाला कर के बाहर घूम रहे हैं। क्योंकि नरेंद्र मोदी उनकी रक्षा कर रहे हैं। अमेरिका की जांच में कहा गया है कि अडानी ने हिंदुस्तान और अमेरिका में क्राइम किया है। मगर हिंदुस्तान में अडानी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। हमारी मांग है कि अडानी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। माधबी बुच को पद से हटाया जाए और उनकी जांच होनी चाहिए।
अडानी को अरेस्ट किया गया, उस दिन मोदी भी फंसेंगे
अमेरिका में FBI ने जांच की है और उन्होंने बताया है कि अडानी हिंदुस्तान में हर रोज भ्रष्टाचार कर रहे हैं। मैं कहना चाहता हूं कि जहां भी करप्शन है, वहां जांच होनी चाहिए। मगर जांच अडानी से शुरू होनी चाहिए। अडानी को अरेस्ट कीजिए, पूछताछ कीजिए और फिर जो भी इस भ्रष्टाचार में शामिल है, उसे पकड़िए। मैं आपको बता रहा हूं कि इस जांच के आखिर में नरेंद्र मोदी का नाम आएगा और नरेंद्र मोदी के अंदर क्षमता नहीं है कि वो अडानी को गिरफ्तार कर सकें। क्योंकि जिस दिन अडानी को अरेस्ट किया गया, उस दिन नरेंद्र मोदी भी फंसेंगे।
क्या है पूरा मामला
आरोप है कि अडानी ने रिश्वत के इन पैसों को जुटाने के लिए अमेरिकी विदेशी निवेशकों व बैंकों से झूठ बोला गया। सागर व विनीत ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के बड़े अधिकारी हैं। बता दें कि अडानी के भतीजे सागर हैं। अमेरिया में यह मामला इसलिए दर्ज किया गया क्योंकि प्रोजेक्ट में अमेरिका के इन्वेस्टर्स का पैसा लगा था व अमेरिकी कानून के अनुसार उस पैसे को रिश्वत के रूप में देना अपराध है। बता दें कि बुधवार ( 20 नवंबर 2024) को ही अडानी ने 20 ईयर ग्रीन बॉन्ड की बिर्की के लिए 6500 मिलियन डॉलर (5064 करोड़) जुटाने की घोषणा की थी। इसके कुछ घंटों के बाद ही अडानी पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं।