रांची। लोकसभा से पास होने के बाद गुरुवार को महिला आरक्षण बिल यानी नारी शक्ति वंदन अधिनियम पर राज्यसभा में चर्चा शुरू अब थोड़े देर के बाद खत्म होगी। चर्चा के बाद राज्यसभा में यह बिल आज ही पास हो सकता है।. चर्चा के लिए बीजेपी ने खास रणनीति बनाई हैं। 14 महिला सांसदों की टीम को बीजेपी मोर्चे पर उतारने जा रही है, जिसमें कई मंत्री भी शामिल होंगे। इस टीम में शामिल महिला सांसद आज राज्यसभा में सरकार और अपनी पार्टी का पक्ष रखेंगी। वोटिंग के दौरान पीएम मोदी भी सदन में मौजूद रहेंगे लेकिन सदस्य नहीं होने के कारण वह वोट नहीं डाल पाएंगे। मिली जानकारी के अनुसार यह बिल पास होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी मकर द्वार पर आएंगे। वह महिला सांसदों के साथ फोटो सेशन भी करा सकते हैं।
2010 व 1979 में बीजेपी ने किया था विरोध
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इसमें बीजेपी की नीयत साफ नहीं है, अगर नीयत महिला सशक्तिकरण की थी तो इसे तुरंत लागू करना चाहिए था। इससे पहले भी जब 2010 या 1979 में ये बिल आया था तो बीजेपी ने इसका विरोध किया था। आज हम इसे राज्यसभा में आम सहमति से पास कराने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं समाजवादी पार्टी सांसद हसन ने कहा कि यह अपनी पीठ थप-थपाने के लिए लाए हैं। क्या यह अभी लागू नहीं हो सकता था? अगर लोग पहले भी इसे लागू कर रहे थे तो अभी क्यों नहीं हो सकता था? यह सब एक जुमला है क्योंकि समय के साथ सब इसे भूल जाएंगे। इसमें 10-20 साल लगें कुछ नहीं कह सकते।
दोनों सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो सकते हैं
20 सितंबर को संसद और विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाला यह बिल लोकसभा में पास हुआ था। बिल के पक्ष में 454 वोट, जबकि विरोध में दो सांसदों ने वोट किया था। सूत्रों के मुताबिक, संसद के दोनों सदन आज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो सकते हैं। पांच दिनों के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया गया था, जो 22 सितंबर तक चलना था। मगर सूत्रों के मुताबिक यह तय शेड्यूल से एक दिन पहले ही खत्म किया जा सकता है।