

रांची। 18 सितंबर से लोकसभा का विशेष सत्र शुरू होगा। सत्र के पहले दिन यानी आज राज्यसभा में 75 सालों की संसदीय यात्रा, उपलब्धियां, अनुभव, यादों और सीख पर बात होगी। राज्यसभा में पोस्ट ऑफिस बिल 2023 और मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से जुड़े बिल पेश किए जाएंगे। ये दोनों बिल राज्यसभा में पेश होने के बाद लोकसभा में रखे जाएंगे। लोकसभा में एडवोकेट्स अमेंडमेंट बिल 2023 और प्रेस एवं रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियॉडिकल्स बिल 2023 भी पेश होंगे। ये बिल 3 अगस्त को राज्यसभा से पास हो चुके हैं। यह विशेष सत्र भारतीय संसद की 75 साल की यात्रा पर चर्चा के साथ शुरू होने की संभावना है, क्योंकि इसकी पहली बैठक आजादी से पहले दिसंबर 1946 में हुई थी।
22 सितंबर तक चलेगा सत्र
संसद के विशेष सत्र से पहले, केंद्र ने कार्यवाही के लिए एक अस्थायी एजेंडा जारी किया है। 18 सितंबर से 22 सितंबर तक चलने वाली पांच दिवसीय बैठक के दौरान नेताओं को जानकारी देने और उनकी राय जानने के लिए रविवार को एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई थी। संसद सत्र से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस और एनसीपी सहित कई दलों ने महिला आरक्षण विधेयक को सदन के पटल पर रखने और पारित करने की पुरजोर वकालत की है। कई नेताओं ने कहा कि लंबे समय से लंबित विधेयक को सदन के पटल पर रखा जाना चाहिए और उम्मीद जताई कि इसे आम सहमति से पारित किया जा सकता है।
एजेंडे में क्या….
विशेष सत्र में गणेश चतुर्थी के अवसर पर 19 सितंबर को पुराने संसद भवन से नए भवन में औपचारिक रूप से स्थानांतरण किया जाएगा। इसके अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति, सेवा की शर्तों और कार्यकाल को विनियमित करने के लिए एक विधेयक में बदलाव सहित चार प्रमुख विधेयक भी संसद में पेश किए जाने की संभावना है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि पहले दिन सत्र पुराने संसद भवन में होगा।
19 सितंबर से नई संसद में सत्र शुरू होगा
अगले दिन यानी 19 सितंबर को पुरानी संसद में फोटो सेशन होगा, फिर सुबह 11 बजे सेंट्रल हॉल में एक समारोह होगा. उसके बाद, हम नई संसद में प्रवेश करेंगे. नई संसद का सत्र 19 सितंबर से शुरू होगा और 20 सितंबर से नियमित सरकारी कामकाज शुरू होगा। नए संसद भवन में जाते समय संसद कर्मचारी नेहरू जैकेट और खाकी रंग की पैंट पहनेंगे।