
रांची। झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस विधायक ममता देवी का वायरल ऑडियो पूरे दिन चर्चा में रहा। कार्यवाही शुरू होते ही सदन में उस समय हंगामा मच गया जब नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने ममता देवी द्वारा अपनी ही पार्टी के मंत्री इरफान अंसारी पर लगाए गए आरोपों का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया। मरांडी ने दावा किया कि उनके पास ममता देवी और इरफान अंसारी के बीच हुई बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग मौजूद है। इस ऑडियो में ममता देवी ने आरोप लगाया है कि नर्सिंग कॉलेज को एनओसी देने के बदले 5 लाख रुपये कमीशन लिया गया, लेकिन इसके बावजूद काम नहीं किया गया। उन्होंने इस पूरे प्रकरण की जांच की मांग सदन में रखी।
ममता ने वायरल ऑडियो को खारिज कर दिया
दूसरी ओर, कांग्रेस विधायक ममता देवी ने वायरल ऑडियो को पूरी तरह खारिज कर दिया। उनका कहना है कि इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है और हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। उन्होंने साफ कहा कि कांग्रेस की बैठक में पैसों के लेन-देन से जुड़ी कोई बात नहीं हुई थी। मीडिया के कुछ हिस्से उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
समर्थन आए कांग्रेस विधायक जय मंगल
ममता देवी के समर्थन में कांग्रेस विधायक जय मंगल सिंह उर्फ अनूप भी सामने आए। उन्होंने कहा कि वे बैठक में मौजूद थे और 5 लाख रुपये की कोई चर्चा नहीं हुई थी। विधायक द्वारा कोई भी गैर-संवैधानिक बात नहीं कही गई थी। इस बीच, मीडिया रिपोर्ट्स सामने आने के बाद कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी सक्रिय हो गया है। पार्टी प्रभारी के. राजू ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ममता देवी से जवाब तलब किया है।





