

रांची-जमशेदपुर समेत संवेदनशील जिलों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, राजधानी में 70 सीसीटीवी, ड्रोन से रहेगी नजर
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि राज्य में शांतिपूर्वक और सद्भाव के साथ बकरीद मनाने के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा व प्रबंध किए जा रहे।
Bakrid 2025 : झारखंड पुलिस ने 7 जून को मनाए जाने वाले ईद-उल-अज़हा (बकरीद) के पर्व के मद्देनजर पूरे राज्य में विशेष सुरक्षा एवं सतर्कता के इंतजाम किए हैं। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता ने सभी जिलों, विशेषकर गिरिडीह, हजारीबाग, पलामू, जमशेदपुर और राजधानी रांची जैसे संवेदनशील जिलों में सतर्कता बढ़ाने के स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि राज्य में शांतिपूर्वक और सद्भाव के साथ बकरीद मनाने के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा व प्रबंध किए जा रहे हैं।
प्रमुख तैयारियां और निर्देश:
- संवेदनशील स्थलों पर तैनाती: राज्य पुलिस मुख्यालय ने सभी जिला एसपी को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिलों में संवेदनशील स्थानों की पहचान करें। इन चिन्हित स्थानों पर जरूरत के अनुसार पुलिस बल तैनात किए जाएंगे। रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह और हजारीबाग जैसे शहरों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की जाएगी।
- विशेष बलों की ड्यूटी: संवेदनशील जिलों में रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा, रैपिड एक्शन पुलिस (RAP), झारखंड एक्शन पुलिस (JAP) और इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) के जवान भी सुरक्षा में लगाए जाएंगे।
- सीसीटीवी और तकनीकी निगरानी: राजधानी रांची की पूरी निगरानी के लिए शहर के 70 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। धार्मिक स्थलों के आसपास सीसीटीवी स्थापना, वीडियोग्राफी और ड्रोन से निगरानी पर भी जोर दिया गया है।
- अवांछित तत्वों पर नकेल: पुलिस मुख्यालय ने एसपी को निर्देश दिए हैं कि ऐसे व्यक्तियों की पहचान की जाए जो पहले धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने की घटनाओं में शामिल रहे हैं या जिनके खिलाफ पूर्व में मामले दर्ज हैं। आवश्यकता पड़ने पर उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। असामाजिक तत्वों के खिलाफ अपेक्षित निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
- शांति समितियों का सहयोग: सभी जिला एसपी और स्थानीय थानेदारों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने स्तर पर शांति समिति के सदस्यों के नियमित संपर्क में रहें। जिला और थाना स्तर पर शांति समिति की बैठकें भी कराई जाएंगी।
- अवैध गतिविधियों पर प्रतिबंध: अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई और पशु तस्करी पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी पर विशेष निगरानी रखी जाएगी।
- संयुक्त नियंत्रण कक्ष: संयुक्त नियंत्रण कक्ष और आपातकालीन योजना सक्रिय की गई है।
एसपी को निगरानी रखनी है
- बकरीद या अन्य सांप्रदायिक घटनाओं से जुड़े दर्ज मामलों के निष्पादन की नवीनतम स्थिति और अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी।
- बकरीद के मद्देनज़र असामाजिक तत्वों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई।
- विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उपलब्ध दंडाधिकारियों और पुलिस बलों की संख्या व उनकी तैनाती।
- धार्मिक स्थलों/संवेदनशील इलाकों के आसपास सुरक्षात्मक कार्रवाई, सीसीटीवी लगाना, वीडियोग्राफी और ड्रोन निगरानी।
- संयुक्त नियंत्रण कक्ष और आपातकालीन योजना की स्थिति।
- जिला व थाना स्तर पर शांति समिति की बैठकों का आयोजन।
- जिलों में दंगा रोधी सुरक्षा उपकरणों, दंगा रोधी वाहनों, वॉटर कैनन की उपलब्धता और एंटी राइट कंट्रोल ड्रिल की व्यवस्था।
- लंबित वारंटों / कुर्की के निष्पादन की नवीनतम स्थिति।
- डीजे या अन्य साउंड सिस्टम द्वारा उत्तेजक गाने बजाने पर नियंत्रण।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर विशेष निगरानी।
- प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी पर कड़ी निगरानी।
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