मुबारका: रांची से हज यात्रियों का पहला जत्था कोलकाता के लिए रवाना, अपनों से मिल खशुी के आंसू छलके
अहले सुबह 5:40 में हज यात्रियों को चेयरमैन इरफान अंसारी ने कोलकाता के लिए विदा किया

रांची। हज 2023 के सफर की शुरुआत हो चुकी है। राजधानी रांची में इमिग्रेशन पॉइन्ट नहीं होने को लेकर लगातार उठ रहे विरोध के बीच सोमवार को हज कमेटी के चेयरमैन इरफान अंसारी की कोशिशों की वजह से रांची से हज यात्रियों का पहला जत्था हावड़ा, कोतकाता के लिए रवाना हुआ। रांची हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस से राज्य सरकार की ओर से हज यात्रियों के लिए कोलकाता जाने की व्यवस्था की गई है। अहले सुबह 5:40 में हज यात्रियों को चेयरमैन इरफान अंसारी ने कोलकाता के लिए विदा किया। हज पर जा रहे हाजियों को विदा करने के लिए लोगों का तांता रांची रेलवे स्टेशन पर लगा रहा। सबके आंखों में खुशी के आंसू झलक रहे थे। सबने हज पर जा रहे हाजियों से अपने लिए दुआ की दरख्वास्त करते रहें। वहीं, अपनों को गले लगाकार हाजी ट्रेन पर चढ़े। मंगलवार को कोलकाता पहुंचने के बाद 1 जून को आजमीन ए हज की फ्लाइट कोलकाता से जद्दा के लिए उड़ान भरेगी।
देश के रेवेन्यू में हज यात्रा एक अहम किरदार अदा करती है
हज यात्रियों को रवाना करने के बाद डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि केंद्र सरकार का काम ही लोगों को परेशान करना है। हज यात्रा में केंद्र सरकार के इशारे पर सेंट्रल हज कमेटी ने ब्रेकर लगाने की नाकामयाब कोशिश की थी। लेकिन वे उसमें सफल नहीं हो पाए और हजारों आजमीन ए हज की दुवाओं की बदौलत हमलोग उन्हें कोलकाता भेज पाने में सक्षम रहे । उन्होंने कहा कि कमेटी को यह कहना चाहूंगा कि अल्पसंख्यक होना पाप नहीं है। देश के रेवेन्यू में हज यात्रा एक अहम किरदार अदा करती है । हज में जाने वाले भाइयों की तरफ से ही लाखों लाख रुपए सरकार को ही जा रहे हैं। उसके बावजूद अगर मदद नहीं की जाएगी तो यह नाइंसाफी है। अगर केंद्र सरकार सोच रही है कि बहुत दिनों तक उनकी सरकार चलेगी तो ऐसा नहीं होने जा रहा। क्योंकि कई सरकारें आई और चली गई।

