कॉमेडी के लीजेंड असरानी नहीं रहे, अक्षय कुमार बोले – “सिर्फ एक हफ्ता पहले साथ शूट किया था, गले मिलकर खूब हंसे थे”


हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता और निर्देशक असरानी का सोमवार को मुंबई के जूहू स्थित आरोग्य निधि अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। 84 वर्ष की आयु में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके मैनेजर ने बताया कि दोपहर करीब 3 बजे असरानी ने दुनिया को अलविदा कहा।
असरानी ने अपने पांच दशकों से भी अधिक लंबे करियर में 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्होंने बतौर अभिनेता और निर्देशक दोनों ही भूमिकाओं में अपनी पहचान बनाई। 1975 की क्लासिक फिल्म शोले में जेलर की भूमिका ने उन्हें अमर बना दिया। उनकी कॉमिक टाइमिंग और चेहरे के हाव-भाव ने उन्हें हिंदी सिनेमा का ‘कॉमेडी किंग’ बना दिया था।
असरानी का जन्म 1 जनवरी 1941 को जयपुर में हुआ था। उन्होंने रेडियो पर वॉइस आर्टिस्ट के रूप में काम शुरू किया और फिर अभिनय की दुनिया में कदम रखा। मुंबई आने के बाद उन्होंने 1960 के दशक में फिल्मों में छोटे-छोटे रोल किए और जल्द ही अपनी पहचान बना ली।
अपने करियर के दौरान असरानी ने हेरा फेरी, भूल भुलैया, वेलकम, ढमाल, चुपके चुपके और बंटी और बबली 2 जैसी हिट फिल्मों में अपनी अदाकारी से दर्शकों को खूब हंसाया। उन्होंने छह फिल्मों का निर्देशन भी किया था।
फिल्म इंडस्ट्री में असरानी के निधन से गहरा शोक है। अभिनेता अक्षय कुमार ने सोशल मीडिया पर उन्हें याद करते हुए लिखा,
“असरानी जी के जाने का दुख शब्दों में नहीं कहा जा सकता। हमने सिर्फ एक हफ्ता पहले हैवान की शूटिंग की थी। शूट के बाद हमने एक-दूसरे को गले लगाया और खूब हंसे। बहुत प्यारे इंसान थे… उनकी कॉमिक टाइमिंग बेमिसाल थी। उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा। हमारी इंडस्ट्री के लिए यह बहुत बड़ा नुकसान है। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।”
अक्षय ने असरानी के साथ शूटिंग की एक तस्वीर भी साझा की, जिसमें असरानी स्कूटी चला रहे हैं और अक्षय पीछे बैठे हैं। यह तस्वीर उनकी आने वाली फिल्म हैवान: द मॉन्स्टर के सेट की बताई जा रही है।
असरानी अपने पीछे पत्नी मंजू असरानी, बहन और भतीजे को छोड़ गए हैं। उनका कोई संतान नहीं थी।
हिंदी सिनेमा में असरानी का योगदान अमूल्य रहा है। वे सिर्फ एक कॉमेडियन नहीं, बल्कि ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने हर किरदार को अपने अंदाज में यादगार बना दिया। उनका जाना भारतीय सिनेमा के एक स्वर्ण अध्याय का अंत है।